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टॉप मिनिस्टर्स के इस्तीफे के बाद जॉनसन पर पद छोड़ने का दबाव बन रहा था लेकिन जब उनके द्वारा दो दिन पहले नियुक्त किए गए वित्त मंत्री ने उनका इस्तीफा सार्वजनिक तौर पर मांग लिया तो उन पर दबाव बढ़ गया.
ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आखिरकार इस्तीफा देने का एलान कर ही दिया. जॉनसन अपनी कैबिनेट के दर्जनों मंत्रियों के एक के बाद एक इस्तीफा देने के बाद पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए थे. गुरुवार को सुबह से ही खबरें आ रही थीं कि वे आज इस्तीफा देने का एलान कर सकते हैं. कुछ घंटे बाद उन्होंने मीडिया के सामने आकर अपने इस्तीफे का एलान कर दिया. साथ ही यह भी कहा कि अब कंजर्वेटिव पार्टी में अगले प्रधानमंत्री के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगले प्रधानमंत्री का चुनाव किए जाने तक वे प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे.
The Prime Minister @BorisJohnson makes a statement. https://t.co/EfgXuyazjw
— UK Prime Minister (@10DowningStreet) July 7, 2022
जॉनसन के इस्तीफे के बाद कंजर्वेटिव पार्टी में जिन नेताओं को उनके उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है, उनमें सुएला ब्रेवरमैन और ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं. प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल मानी जा रहीं ब्रिटिश सांसद सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) के माता-पिता भारतीय मूल के हैं. बौद्ध धर्म में यकीन रखने वाली सुएला फिलहाल इंग्लैंड और वेल्स की अटॉर्नी जनरल के तौर पर अहम जिम्मेदारी संभाल रही हैं. इस पद के लिए शपथ उन्होंने बौद्ध धर्मग्रंथ धम्मपद के नाम से ली थी. उनके पिता क्रिस्टी फर्नांडिज की जड़ें गोवा से जुड़ी हैं. उनकी मां उमा फर्नांडिज भी कंजर्वेचिव पार्टी से संसद का चुनाव लड़ चुकी हैं.
ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद और पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक का नाम भी शामिल माना जा रहा है. ऋषि ने कुछ ही दिनों पहले बोरिस जॉनसन मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था. ऋषि इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति के दामाद हैं. 42 वर्षीय सुनक भारतीय माता-पिता यशवीर और ऊषा सुनक के बेटे हैं. उनके पिता यशवीर केन्या में जन्मे और पले बढ़े हैं जबकि उनकी माता ऊषा तंजान्यिका में पैदा हुई थीं जो बाद में तंजानिया का हिस्सा बन गया. सुनक के दादा पंजाब प्रांत के थे, जो अपने बच्चों को लेकर पूर्वी अफ्रीका और फिर ब्रिटेन आ गए थे.
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सार्वजनिक रूप से वित्त मंत्री ने मांगा था इस्तीफा
टॉप मिनिस्टर्स के इस्तीफे के बाद जॉनसन पर पद छोड़ने का दबाव बन रहा था लेकिन यह दबाव तब अधिक बढ़ गया, जब उनके द्वारा दो दिन पहले नियुक्त किए गए वित्त मंत्री ने भी उनका इस्तीफा सार्वजनिक तौर पर मांग लिया. इस्तीफे के लिए जॉनसन के मानने से कुछ समय पहले ब्रिटेन के नए वित्त मंत्री नदीम जहावी ने ब्रिटिश पीएम के इस्तीफे की मांग की थी. जॉनसन के उन्हें नया वित्त मंत्री नियुक्त करने के 36 घंटे बाद ही उन्होंने यह मांग की. उन्होंने एक पत्र लिखकर जॉनसन के नेतृत्व पर सवाल उठाया और कहा कि 'प्रधानमंत्री आपको अपने दिल में पता है कि सही कदम क्या होगा …अब जाइए.' ऋषि सुनक की जगह वित्त मंत्री बनाए गए जहावी इराकी मूल के हैं और वे भी ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने की होड़ में शामिल माने जा रहे हैं.
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क्या है पूरा मामला?
ब्रिटेन के एक पूर्व नौकरशाह ने निलंबित सांसद क्रिस पिंचर के सेक्स स्कैंडल के मामले से निपटने के 'डाउनिंग स्ट्रीट' के तरीके को लेकर टिप्पणी की थी. सरकार के प्रवक्ता ने स्वीकार किया कि पिंचर के खिलाफ मामलों की जानकारी होने के बावजूद पीएम ने फरवरी में उन्हें डिफ्टी चीफ व्हिप के पद पर नियुक्त किया था. इसके बाद सबसे पहले पाकिस्तानी मूल के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने यह कहकर इस्तीफा दे दिया कि अब बोरिस में सरकार चलाने की क्षमता नहीं है. इसके बाद भारतीय मूल के वित्तमंत्री ऋषि सुनक ने भी इस्तीफा दे दिया. इसके बाद चार और मंत्रियों सुरक्षा मंत्री रिचेल मैक्लेन, निर्यात व समानता मंत्री माइक फ्रीर, निजी मामलों के मंत्री डंकन बेकर और क्रेग विलियम्स ने भी इस्तीफा दे दिया. इन सभी ने बोरिस पर हमले करते हुए इस्तीफे दिए हैं.
(Input: PTI, Reuters)