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चिकित्सा क्षेत्र के बाद आज भौतिकी में भी वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है.
चिकित्सा क्षेत्र के बाद आज भौतिकी में भी वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है. यह सम्मान देने वाली संस्था रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज, स्टॉकहोम ने इस साल के लिए फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को दिया. इसमें आधा सम्मान रोजर पेनरोज को ब्लैक होल निर्माण को आइंस्टीन की सापेक्षकता के सिद्ंधात से जुड़ाव की खोज के लिए और शेष आधा सम्मान संयुक्त रूप से रिनहार्ड गेंजेल और एंड्रिया गेज को गैलेक्सी के केंद्र में स्थित अत्यधिक घनत्व वाले पदार्थ (सुपरमैसिव कॉम्पैक्ट ऑब्जेक्ट) खोज के लिए दिया गया. ब्लैकहोल ऐसे क्षेत्र हैं जिसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति इतनी अधिक होती है कि उससे होकर प्रकाश भी नहीं गुजर सकता यानि कि उसका अस्तित्व ब्लैकहोल में खत्म हो जाता है.
एक दिन पहले मेडिसिन के लिए पुरस्कार की घोषणा
इस बार के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा मेडिसिन से शुरू हुई है. मेडिसिन के लिए यह पुरस्कार दो अमेरिकन वैज्ञानिक हार्वे जे ऑल्टर और माइकल हॉफटन व ब्रिटिश वैज्ञानिक चार्ल्स एम राइस को संयुक्त रूप से दिया गया है. उन्हें यह सम्मान हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए मिला है. नोबेल समिति के प्रमुख थॉमस पर्लमन ने इस पुरस्कार की घोषणा की. इस बीमारी की वजह से दुनिया भर में लोगों को सिरोसिस और लीवर कैंसर जैसी गंभीर का शिकार होना पड़ता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का आकलन है कि दुनिया भर में हेपेटाइटिस वायरस के करीब 7 करोड़ मरीज हैं और इस वायरस के कारण हर साल करीब चार लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं. हेपेटाइटिस सी के वायरस की खोज के बाद खून का परीक्षण और जरूरी दवाइयों का निर्माण संभव हुआ है जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी है.
छह श्रेणियों में मिलता है नोबेल
नोबेल पुरस्कार छह श्रेणियों में दिए जाते हैं और इसकी घोषणा इस बार 5-12 अक्टूबर के बीच होगी. इसमें मेडिसिन और फिजिक्स श्रेणी के पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है और अब रसायन, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इसकी घोषणा होनी बाकी है.