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पिछले पांच वर्षों में बिट कॉइन ने 8300 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है. (Image- Reuters)
Bit Coin Investment: बिटक्वॉइन के प्रति निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ता जा रहा है और इसने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न भी दिया है. पिछले पांच साल में बिटक्वॉइन ने करीब 9213 फीसदी रिटर्न दिया है. यानी जिन निवेशकों ने 5 साल पहले इसमें 1 लाख रुपये निवेश किए थे, वे अब करीब 93 लाख रुपये बन चुके हैं. इसका मतलब महज 1 लाख रुपये के निवेश से 5 साल में वे अब करोड़पति बनने के करीब हैं. पिछले महीने भी जिन निवेशकों ने एक लाख रुपये का निवेश किया होगा, वह आज यानी 7 जनवरी तक 9.34 लाख रुपये बन चुका है. एक बिट क्वाइन की कीमत इस समय करीब 37,384.24 अमेरिकी डॉलर (27,32,133.72 रुपये) है.
दुनिया भर में बिटक्वॉइन के प्रति निवेशकों का क्रेज बढ़ता जा रहा है. हालांकि देश के सबसे पुराने और सबसे अधिक प्रयोग किए जाने वाले बिटक्वाइन और क्रिप्टो एसेट एक्सचेंज Zebpay के मुताबिक दुनिया भर में मौजूद बिट क्वाइन में एक फीसदी से भी कम भारतीयों के पास है.
5 साल में दिया 9213% रिटर्न
बिटक्वॉइन ने निवेशकों को पिछले पांच साल में तगड़ा रिटर्न दिया है. पांच साल पहले 7 जनवरी 2016 को एक बिट क्वाइन की कीमत 441.02 डॉलर (29.34 हजार रुपये, तत्कालीन डॉलर के भाव पर) थी जो आज 7 जनवरी 2020 तक बढ़कर 37,384.24 डॉलर (27.32 लाख रुपये) हो चुकी है. इस तरह पिछले पांच साल में बिटक्वॉइन ने निवेशकों को 9213 फीसदी रिटर्न दिया है.
गोल्ड से अधिक रिटर्न दिया
लंबे समय से गोल्ड को सबसे सुरक्षित निवेश समझा जाता रहा है और निवेशकों को निरंतर बेहतर रिटर्न दिया है. कोरोना महामारी के दौर में भी जब दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता का माहौल था तो भी इसने 2020 में 28 फीसदी का रिटर्न दिया है. हालांकि बिटक्वॉइन की बात करें तो इसने 2020 में करीब 298 फीसदी का रिटर्न दिया. पिछले एक महीने की बात करें तो एक बिटक्वॉइन 7 दिसंबर को 19141.2 डॉलर (14.12 लाख रुपये) के भाव पर था जो आज 7 जनवरी को बढ़कर 37,384.24 डॉलर (27.32 लाख रुपये) हो चुका है. यानी सिर्फ एक महीने में ही इसने निवेशकों को 934 फीसदी रिटर्न दिया है. इसकी तुलना गोल्ड से करें तो 7 दिसंबर को 24 कैरट 10 ग्राम गोल्ड का भाव दिल्ली में 50,920 रुपये था जो आज 7 जनवरी को बढ़कर 53,540 रुपये हो चुका है यानी एक महीने में गोल्ड ने महज 5.15 फीसदी रिटर्न दिया है.
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Bitcoin एक वर्चुअल करंसी
बिटक्वॉइन एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है. इसे अन्य प्रकार की करंसीज जैसे कि डॉलर या रुपये की तरह किसी भी प्रकार के लेन-देन के लिए करते हैं. इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. पेपाल ने अपने प्लेटफॉर्म पर बिटक्वॉइन के जरिए लेन-देन को मंजूरी दे दी है यानी कि पेपाल के जरिए किसी भी प्रकार के ट्रांजैक्शन के लिए बिट क्वाइन में भुगतान किया जा सकता है.
क्रिप्टोकरंसी कारोबार को सुप्रीम कोर्ट दे चुकी है मंजूरी
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अभी तक कोई निर्धारित गाइडलाइंस नहीं हैं. तीन साल पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 अप्रैल 2018 को क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था. इस सर्कुलर के मुताबिक केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं पर क्रिप्टोकरंसीज से जुड़ी कोई भी सेवा प्रदान करने पर रोक लगा दी गई थी. इसके बाद यह मामला देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में गया. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च 2020 में आरबीआई द्वारा क्रिप्टोकरंसीज पर लगाए गए प्रतिबंध को खारिज कर दिया. हालांकि कोई रेगुलेशंस या गाइडलाइंस न होने की वजह से बिटक्वॉइन में निवेश करने का फैसला पूरी तरह निवेशकों के अपने रिस्क पर होता है.