scorecardresearch

COVID19 Vaccine: वैज्ञानिकों से ग्रीन सिग्नल मिलने की है देर, फिर बड़े पैमाने पर शुरू होगा वैक्सीन का प्रॉडक्शन: स्वास्थ्य मंत्रालय

संभावित वैक्सीन कैंडिडेट्स पर एक बार वैज्ञानिकों से ग्रीन सिग्नल मिल जाए, इसके बाद देश में बड़े पैमाने पर कोविड19 वैक्सीन का प्रॉडक्शन शुरू किया जाएगा.

संभावित वैक्सीन कैंडिडेट्स पर एक बार वैज्ञानिकों से ग्रीन सिग्नल मिल जाए, इसके बाद देश में बड़े पैमाने पर कोविड19 वैक्सीन का प्रॉडक्शन शुरू किया जाएगा.

author-image
FE Online
New Update
covid vaccine in india

Expect Covid vaccine in India soon. Image: Reuters

COVID19 Vaccine Updates: संभावित कोविड19 वैक्सीन कैंडिडेट्स पर एक बार वैज्ञानिकों से ग्रीन सिग्नल मिल जाए, इसके बाद देश में बड़े पैमाने पर कोविड19 वैक्सीन का प्रॉडक्शन शुरू किया जाएगा. प्रॉडक्शन बढ़ाने के लिए खाका तैयार कर लिया गया है और वैक्सीन जितनी जल्दी हो सके हर व्यक्ति को उपलब्ध कराने के लिए सारी तैयारियां हो गई हैं. यह बात स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही है. मंत्रालय का यह भी कहना है कि अगले कुछ सप्ताह में देश में कुछ वैक्सीन कैंडिडेट्स को लाइसेंस की मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है.

स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वैक्सीन के इमर्जेन्सी इस्तेमाल की इजाजत देने को लेकर भारत के नियामकीय फ्रेमवर्क के विशिष्ट प्रावधान हैं. इमर्जेन्सी इस्तेमाल को लेकर डीसीजीआई की मंजूरी के लिए इस वक्त तीन कोविड19 वैक्सीन कैंडिडेट की एप्लीकेशन आई है. उनमें से किसी एक को या सभी को जल्द ही लाइसेंस दिया जा सकता है. भारत में अभी 6 वैक्सीन कैंडिडेट क्लीनिकल ट्रायल स्टेज में हैं.

Advertisment

देश में कोरोना के एक्टिव केस 4 लाख से कम

स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में अब तक 14.8 करोड़ कोरोना टेस्ट हुए हैं. कुल मिलाकर पॉजिटिविटी रेट 6.5 फीसदी पर आ गई है. कुल एक्टिव कोविड19 मामलों में से 54 फीसदी महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और दिल्ली से हैं. सितंबर मध्य से देश में कोविड19 के मामलों में लगातार कमी है, जबकि कई अन्य देशों में मामले ​बढ़े हैं. भारत में इस वक्त कोरोना के एक्टिव केस 4 लाख से कम हैं. यह कुल मामलों के 4 फीसदी से कम है.

वैक्सिनेशन के लिए डेटा कलेक्शन शुरू

वैक्सिनेशन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हेल्थकेयर वर्कर्स का डेटा कलेक्ट करने की प्रक्रिया सभी राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों और केन्द्रीय मंत्रालयों में शुरू हो चुकी है. फ्रंटलाइन वर्कर्स का डेटा Co-WIN सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जा रहा है. डेटा को वेरिफाई किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि देश में मौजूदा कोल्ड स्टोरेज चेन 3 करोड़ कोविड19 वैक्सीन्स के पहले लॉट को स्टोर करने में सक्षम है.

Health Ministry