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6 साल पहले आज ही दिन रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अचानक से देश में नोटबंदी का एलान किया था. नोटबंदी के तहत भारतीय बाजार में चलने वाले 500 और 1000 के नोटों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था. (फाइल फोटो)
Six Years of Demonetisation: आज 8 नवंबर है इस दिन को भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में खास तौर पर याद किया जाता है. क्योंकि 6 साल पहले आज हीं के दिन रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अचानक से देश में नोटबंदी का एलान किया था. नोटबंदी के तहत भारतीय बाजार में चलने वाले 500 और 1000 के नोटों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था.
अचानक से लगाई गई नोटबंदी की वजह से देश में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था. नोटबंदी ऐसे समय में लगाई गई जब शादी का सीजन चल रहा था, ऐसे में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. भारी ठंड के बीच में लोग दिन-रात बैंकों के बाहर लाइन में खड़े रहने को मजबूर थे. कुछ रिपोर्ट की मानें तो नोटबंदी के दौरान बैंकों के चक्कर काट रहे करीब 33 लोगों की मौत हो गई थी.
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15 लाख लोग हुए बेरोजगार
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (CMIE) ने नोटबंदी को लेकर जारी अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि नोटबंदी लागू होने के करीब 4 महीनों के अंदर ही 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 की सितंबर से दिसंबर तिमाही में जॉब का आंकड़ा करीब 40 करोड़ 65 लाख था, जबकि जनवरी से अप्रैल 2017 के बीच में यह आंकड़ा घटकर 40 करोड़ 50 लाख हो गया था.
नोटबंदी के बाद कैश सर्कुलेशन में 239% का इजाफा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में 30.88 लाख करोड़ कैश सर्कुलेशन में है. 21 अक्टूबर 2022 को खत्म हुए पखवाड़े में जनता के पास 30.88 लाख करोड़ रुपये कैश होने की बात सामने आई है, जो 4 नवंबर 2016 को मौजूद 17.97 लाख करोड़ रुपये से 71.84% ज्यादा है. नोटबंदी के बाद 25 नवंबर 2016 को लोगों के पास 9.11 लाख करोड़ रुपये का कैश मौजूद था, जिसमें अब 239 फीसदी का इजाफा हुआ है.
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500 और 1000 की जगह आए नए नोट
नोटबंदी के दौरान भारतीय बाजारों में चल रहे पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करके केन्द्र सरकार ने इनकी जगह पर 200 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये के नए नोट जारी किये
डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ा
नोटबंदी के दौरान डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ा. हालांकि कोविड पेंडेमिक के दौरान इसमें सबसे ज्यादा इजाफा देखा गया. रिपोर्ट की मानें तो देश में भले ही डिजिटल पेमेंट्स पहले के मुकाबले बढ़ी है, लेकिन अभी भी ज्यादातर लोग खरीदारी के लिए कैश का ही इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं.
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काला धन नहीं आया, बस ग़रीबी आई
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 7, 2022
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नोटबंदी की बरसी पर कांग्रेस समेत विपक्ष दलों द्वारा देशभर में ब्लैक डे मनाया जा रहा है. देशभर में कई जगहों पर केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर केन्द्र सरकार पर नोटबंदी को लेकर निशाना साधा है.