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CAIT Support to Janta Curfew: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 22 मार्च को देश भर में जनता कर्फ्यू की अपील को देशभर के व्यापारियों ने अपना समर्थन दिया है. व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने शुक्रवार को बताया कि देश के 7 करोड़ व्यापारी अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रख कर जनता कर्फ्यू में शामिल होंगे और 22 मार्च को देश भर में कोई कारोबार नहीं होगा. व्यापारियों के 40 करोड़ के लगभग कर्मचारी भी उस दिन घर में रहेंगे. देश में करीब 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन इस अभियान में शामिल होंगे.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीय एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की प्रधानमंत्री की यह पहल कोरोना वायरस के खतरे को कम्युनिटी ट्रांसमिशन में न बदले जाने की एक राष्ट्रीय कवायद है जो बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया की जहां व्यापारी जनता कर्फ्यू में शामिल होंगे, वहां कैट ने रिटेल व्यापार के अन्य वर्ग जैसे ट्रांसपोर्ट, लघु उद्योग, हॉकर्स, स्वयं उद्यमी, महिला उद्यमी आदि के संगठनों से भी बातचीत की है और ये सभी वर्ग भी इस मुहिम में शामिल होंगे.
दिल्ली में 15 लाख ट्रेडर्स बंद रखें दुकानें
दिल्ली के करीब 15 लाख छोटे बड़े व्यापारी 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के लिए अपनी दुकानें बंद रखेंगे. कैट ने यह जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में थोक बाजार रविवार को बंद रहते हैं लेकिन अधिकांश रिटेल बाजार रविवार को खुलते हैं लेकिन इस रविवार को दिल्ली के सभी थोक एवं रिटेल बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे और जनता कर्फ्यू में शामिल होंगे.
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सप्लाई चेन में पर्याप्त सामान, पैनिक खरीदारी न करें
खंडेलवाल ने यह भी बताया की फिलहाल देश की सप्लाई चैन में पर्याप्त मात्रा में सामान उपलब्ध है लेकिन देश के अनेक हिस्सों में लोगों ने पैनिक खरीददारी शुरू कर दी है और यदि इसे नहीं रोका गया तो सप्लाई चैन में बहुत जल्द ही सामान समाप्त हो जाएगा. इस बात को ध्यान में रखते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों को सलाह भेजी है की कोई भी व्यक्ति यदि उनसे सामान्य आवश्यकता से अधिक सामान खरीदता है तो ऐसे में व्यापारी बेहद सौहार्दपूर्ण तरीके से उस खरीददार को केवल जरूरत के मुताबिक सामान खरीदने के लिए प्रेरित करें. यह समय व्यक्तिगत लाभ का नहीं है क्योंकि देश एक बहुत बड़े वैश्विक महामारी से जूझ रहा है और ऐसे में व्यापारियों की जिम्मेदार भूमिका देश के लिए बहुत जरूरी है.