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हैदराबाद में आधारित कंपनी भारत बायोटेक ने कहा कि उसकी वैक्सीन Covaxin की क्षमता को दूसरी डोज के बाद ही केवल पता किया जा सकता है.
हैदराबाद में आधारित कंपनी भारत बायोटेक ने शनिवार को कहा कि उसकी वैक्सीन Covaxin की क्षमता को दूसरी डोज के बाद ही केवल पता किया जा सकता है. कंपनी ने कहा कि उसके क्लीनिकल ट्रायल दो डोज के कार्यक्रम पर आधारित हैं, जिनमें 18 दिन का अंतर है. कंपनी की ओर से सफाई हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिव विज के Covaxin की एक डोज देने के बाद कोरोना पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने के मामले में आई है. वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के तहत विज को करीब दो हफ्ते पहले एक शॉट दिया गया था.
ट्रायल में शामिल 50 फीसदी लोगों को दी गई वैक्सीन
बायोटेक्नोलॉजी कंपनी ने एक बयान में कहा कि Covaxin क्लीनिकल ट्रायल दो डोज के कार्यक्रम पर आधारित हैं. वैक्सीन की क्षमता दूसरी डोज के 14 दिन बाद पता चलती है. बयान के मुताबिक, वैक्सीन दोनों डोज मिलने के बाद कारगर होती है. कंपनी ने आगे कहा कि ट्रायल के तौर पर 50 फीसदी प्रतिभागियों को वैक्सीन मिली थी, जबकि दूसरे लोगों को placebo दिया गया था. फेज 3 ट्रायल में 50 फीसदी लोगों को वैक्सीन दी गई थी, तो बाकी 50 फीसदी को placebo मिला था.
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25 हजार से ज्यादा लोग थे शामिल
विज ने भारत बायोटेक के मानव परिक्षण चरण में स्वेच्छा से भाग लिया था, जिसमें 25 हजार से ज्यादा लोगों को ट्रायल में डोज दिए गए थे. 20 नवंबर को विज हरियाणा में पहले व्यक्ति थे, जिन्हें शॉट दिया गया. उनके अलावा हरियाणा से 400 से ज्यादा लोग, जिनमें रोहतक PGIMS के वायय चांसलर डॉ ओपी कालरा शामिल हैं, ने ट्रायल में भाग लिया. रोहतक पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की एक टीम ने विज को अंबाला कैंट के सिविल अस्पताल में वैक्सीन दी गई. इसके बाद से विज के स्वास्थ्य को हर हफ्ते देखा जा रहा था.