/financial-express-hindi/media/post_banners/04XSQ4ZJMkNogMDJqcEm.jpg)
टाटा समूह ने विमानन कंपनी एयर इंडिया को आधिकारिक तौर पर 27 जनवरी 2022 को अपने अधिग्रहण में ले लिया था.
एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है. कंपनी के सभी कर्मचारियों को 1 सितंबर से उतना ही वेतन मिलने लगेगा, जितना कोरोना महामारी के कारण हुई कटौती से पहले मिलता था. यानी टाटा समूह की इस कंपनी के स्टाफ को लंबे अरसे बाद बिना कटौती के पूरा वेतन मिलने लगेगा. यह एलान एयर इंडिया के सीईओ (CEO) और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) कैम्पबेल विल्सन ने किया है.
कैम्पबेल विल्सन ने कहा है कि एयरलाइन के सभी कर्मचारियों के वेतन में की जा रही कटौती 1 सितंबर 2022 से बंद कर दी जाएगी. बड़ी बात यह है कि एयर इंडिया अब भी भारी घाटे में चल रही है, इसके बावजूद मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को राहत देने वाला यह फैसला किया है. कैम्पबेल ने कहा कि कंपनी को घाटे से उबारकर मुनाफा कमाने की हालत में पहुंचाने के लिए भी ढेर सारे कदम उठाने हैं. लेकिन मैनेजमेंट का मानना है कि कोविड महामारी के दौरान आजमाए गए इमरजेंसी उपायों को बंद करने का समय आ गया है.
Air India की कमान अब Tata Group के पास, टाटा संस चेयरमैन बोले- बनाएंगे वर्ल्ड क्लास एयरलाइन
साल 2020 में कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते विमान सेवाएं पूरी तरह बंद हो गई थीं, लिहाजा कर्मचारियों के वेतन में कटौती करनी पड़ी थी. इस दौरान पायलटों और क्रू मेंबर्स के उड़ान भत्तों और स्पेशल अलाउंस में 35 से 40 फीसदी तक की कटौती की गई थी. एयर इंडिया ने 1 सितंबर से एयरलाइन में काम करने वाले क्रू मेंबर्स यानी चालक दल के सदस्यों के भत्तों में संशोधन करने का फैसला भी किया है. साथ ही हवाईजहाज में सफर करने वाले यात्रियों को मुहैया कराए जाने वाले फूड आइटम्स भी बदलाव किया जाएगा. भारत सरकार की घाटे में चल रही कंपनी एयर इंडिया का जनवरी 2022 में टाटा समूह ने अधिग्रहण कर लिया था.
Insurance News: आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने लॉन्च किए 14 नए इंश्योरेंस प्रोडक्ट, क्या है इनकी खासियत
एयर इंडिया को पूरी तरह टाटा ग्रुप को सौंपे जाने से पहले, यानी अधिग्रहण की प्रक्रिया के दौरान वित्त मंत्रालय ने एक बयान में बताया था कि सरकार को स्ट्रैटेजिक पार्टनर यानी टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड से 2,700 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. एयर इंडिया और एआईएक्सएल के 15,300 रुपये के कर्ज के दायित्व समेत एयर इंडिया के शेयर, जिनमें एयर इंडिया और उसकी सब्सिडियरी एआईएक्सएल के 100 प्रतिशत शेयर और एआईएसएटीएस के 50 प्रतिशत शेयर शामिल हैं, स्ट्रैटेजिक पार्टनर को ट्रांसफर किए गए हैं.