scorecardresearch

माकन छोड़ना चाहते हैं कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी का पद, खड़गे के नाम चिट्ठी में किया गहलोत समर्थकों की बगावत का जिक्र : रिपोर्ट

सूत्रों के मुताबिक अजय माकन ने भारत जोड़ो यात्रा के अगले महीने राजस्थान पहुंचने और राज्य में आगामी उपचुनाव के चलते नए प्रभारी की नियुक्ति जल्द किए जाने की मांग की है.

सूत्रों के मुताबिक अजय माकन ने भारत जोड़ो यात्रा के अगले महीने राजस्थान पहुंचने और राज्य में आगामी उपचुनाव के चलते नए प्रभारी की नियुक्ति जल्द किए जाने की मांग की है.

author-image
FE Hindi Desk
एडिट
New Update
Ajay Maken quits as Rajasthan Congress in-charge

एक रिपोर्ट के मुताबिक वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन ने पार्टी के राजस्थान प्रभारी का पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की है. (File Photo/Indian Express)

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने पार्टी के राजस्थान प्रभारी का पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की है. माकन ने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें उन्होंने राजस्थान के विधायकों की सितंबर में हुई बगावत का जिक्र करते हुए कहा है कि वे अब राज्य के प्रभारी नहीं रहना चाहते, लिहाजा जल्द से जल्द नए प्रभारी की नियुक्ति की जाए. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि खड़गे के नाम ये चिट्ठी माकन 8 नवंबर को ही लिख चुके हैं.

भारत जोड़ो यात्रा, उपचुनाव के चलते जल्द नियुक्त हों नए प्रभारी

सूत्रों के मुताबिक अजय माकन ने चिट्ठी में लिखा है कि राजस्थान में नए प्रभारी की जल्द नियुक्ति इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अगले महीने प्रदेश में पहुंचने वाली है. इसके अलावा 4 दिसंबर को राज्य में उपचुनाव भी होने हैं. सूत्रों के मुताबिक माकन ने लिखा है, "कांग्रेस की विचारधारा के साथ मेरा तीन पीढ़ियों का संबंध है और पिछले 40 साल से ज्यादा समय से मैं कांग्रेस की सक्रिय राजनीति से जुड़ा हूं. मैं हमेशा राहुल जी का निष्ठावान अनुयायी बना रहूंगा, जिनके प्रति मेरी निष्ठा और प्रतिबद्धता शब्दों के परे है."

माकन की चिट्ठी में गहलोत समर्थकों की बगावत का जिक्र

Advertisment

सूत्रों का दावा है कि अजय माकन ने चिट्ठी में 25 सितंबर 2022 को राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत समर्थकों की उस बगावत का जिक्र किया है, जिसकी वजह से आलाकमान के निर्देश के बावजूद वे राज्य विधायक दल की बैठक आयोजित नहीं करवा सके थे. अजय माकन उस वक्त प्रदेश के प्रभारी और आलाकमान के प्रतिनिधि के तौर पर जयपुर में मौजूद थे. खुद मल्लिकार्जुन खड़गे भी तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रतिनिधि के तौर पर माकन के साथ ही जयपुर में थे. लेकिन गहलोत समर्थक बागियों ने दोनों ही नेताओं की कोई परवाह नहीं करते हुए बगावत कर दी थी.

Gujarat Election 2022: सूरत में AAP उम्मीदवार ने नामांकन वापस लिया, केजरीवाल भाजपा पर लगा चुके हैं अपहरण का आरोप

बगावत पर खड़गे ने ही सौंपी थी रिपोर्ट

दिलचस्प बात ये है कि उस वक्त खुद खड़गे ने ही इस बगावत के मामले में कांग्रेस आलाकमान को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके आधार पर गहलोत समर्थक शांति धारीवाल, धर्मेंद्र राठौड़ और महेश जोशी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. लेकिन तीनों विधायकों की तरफ से नोटिस का जवाब दिए जाने के बाद से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

Bikaji Foods International Listing: बीकाजी फूड्स के निवेशकों को लिस्टिंग पर 7% मुनाफा, शेयर में बने रहें या बेच दें? एक्सपर्ट्स की राय

दिल्ली पर फोकस करना चाहते हैं माकन

सूत्रों के मुताबिक अजय माकन ने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि वे अब दिल्ली में ट्रेड यूनियन और एनजीओ से जुड़े कामकाज पर फोकस करना चाहते हैं. इसके अलावा वे राजधानी में प्रदूषण, रेहड़ी वालों और झुग्गी वासियों, अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वालों के अधिकारों के मुद्दों को भी जोरशोर से उठाना चाहते हैं. जिनके लिए वे मंत्री रहने के दौरान भी काफी काम कर चुके हैं. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दिसंबर के पहले हफ्ते में राजस्थान पहुंचने वाली है.

Ashok Gehlot Ajay Maken Rajasthan Sachin Pilot Mallikarjun Kharge