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'ऑल अबाउट म्यूजियम' में दुनिया भर से एंटीक ग्लासवेयर जुटाकर रखे गए हैं और यह बीच गांव कैंडोलिन में 13 हजार वर्ग फुट में फैला हुआ है. (Image- IE)
All About Alcohol: घूमने के शौकीनों के बीच गोवा (Goa) पसंदीदा स्थान के रूप में प्रचलित है और इसे अनाधिकारिक रूप से 'पार्टी कैपिटल' भी माना जाता है. जो लोग खूबसूरत समुद्री किनारों यानी 'Sea Beaches' का आनंद लेने के लिए गोवा जाते हैं, उनकी घूमने-फिरने की पसंदीदा जगहों में अक्सर म्यूजियम काफी नीचे होता है. लेकिन अब वहां एक ऐसा म्यूजियम खुला है, जो इस स्थिति बदल सकता है. बिजनेसमैन नंदन कुडचकर (Nandan Kudchakar) ने एक ऐसा नया वेंचर शुरू किया है जो गोवा जाने वाले पर्यटकों लुभा सकता है.
नंदन ने गोवा स्टाइल में शराबखाना (टैवर्न), 'ऑल अबाउट म्यूजियम', खोला है जिसमें दुनिया भर से एंटीक ग्लासवेयर जुटाकर रखे गए हैं. यह गोवा के कैंडोलिम बीच के पास 13 हजार वर्ग फुट में फैला हुआ है. यहां गोवा की कल्चर के साथ-साथ वहां की पारंपरिक शराब बनाने के तरीकों की जानकारी भी मिलेगी. इस म्यूजियम में मुख्य फोकस काजू बनने वाली गोवा की मशहूर फेनी (Feni) पर होगा.
फेनी के बारे में मिलेगी पूरी जानकारी
पांच कमरों में फैले इस म्यूजियम में विस्तार से समझाया गया है कि काजू के फलों के फर्मेंटेशन और डिस्टिलेशन से फेनी कैसे तैयार की जाती है. साथ ही लोगों को गोवा में सदियों से हो रहे इसके उत्पादन और इस्तेमाल के इतिहास से परिचित भी कराया जाएगा. कमरे की दीवालों पर हजारों रंगीन गैराफो (भरी हुई बड़ी ग्लास बॉटल्स) लगी हुई हैं. इस म्यूजियम को घूमने में करीब आधे घंटे का समय लगता है. गोवा के स्थानीय निवासी अरमांडो दुआर्ते इस दौरान सैलानियों के लिए गाइड का काम करते हैं, जो उन्हें तमाम दिलचस्प जानकारियां देते हैं. घूमने के बाद विजिटर यहां फेनी कॉकटेल्स का स्वाद भी चख सकते हैं.
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फेनी के अलावा ये चीजें भी म्यूजियम में
ऐसा नहीं है कि म्यूजियम में सिर्फ फेनी ही है. यहां अल्कोहल से जुड़ी हुई कई चीजें देखने को मिलेगी. रूस से लाए गए ऑस्ट्रेलियन बियर हॉर्न का एक दुर्लभ क्रिस्टल, पुराने समय में इस्तेमाल होने वाले लकड़ी के कंटेनर, मड पॉट्स और बीकर्स, 16वीं सदी का मापक यंत्र और दुनिया भर के ग्लास के सामान भी यहां देखने को मिलेंगे. नंदन ने इस म्यूजिमय को बनाने के लिए एक साल तक शोध किया और अल्कोहल के इतिहास और संस्कृति को समझकर इसे गोवा की दिलचस्प कहानी से जोड़ा.
कोरोना महामारी के दौरान यह म्यूजियम खोलने का आया विचार
नंदन के दिमाग में इस प्रकार का म्यूजिमय खोलने का विचार कोरोना महामारी के दौरान आया. 13 अगस्त को शुरू किए गए इस म्यूजियम में जल्द ही पांच और कमरे जोड़ने की भी योजना है. नंदन का कहना है कहा कि बॉलीवुड की फिल्मों में कई बार गोवा के लोगों को पियक्कड़ के तौर पर दिखाया जाता है लेकिन असल में ऐसा नहीं है. सच तो यह है कि गोवा के लोग सही मायनों में यह जानते हैं कि ड्रिंक करने का सही तरीका और अंदाज़ क्या होता है.
(स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस)