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"In the last month only, transactions worth about Rs 3 lakh crore took place through BHIM UPI alone," he said. During the lockdown period, digital transactions witnessed a huge surge.
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Independence Day Celebration 2020: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि आने वाले 1,000 दिन (तीन साल से कम समय) में देश के सभी छह लाख गांवों को तेज इंटरनेट सुविधा देने वाले आप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा. इसके साथ ही मोदी ने मेक इन इंडिया के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ (विश्व के लिए विनिर्माण) का नारा दिया. प्रधानमंत्री ने भारत के निर्माण की दिशा में उठाए जा रहे कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि पांच वर्ष में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को तीव्र इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने वाली आप्टिकल फाइबर सुविधा से जोड़ा गया है. अन्य एक लाख में भी यह सुविधा पहुंचाई जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही नई साइबर सुरक्षा नीति पर भी लाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 1,000 दिन के भीतर छह लाख गांवों में आप्टिकल फाइबर बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. पीएम ने कहा कि इसके साथ ही हमें साइबर सुरक्षा के प्रति भी सचेत रहना होगा. ‘‘हम इन खतरों का सामना करने के लिये कदम उठा रहे हैं. हम नई साइबर सुरक्षा नीति लेकर आएंगे. इसके लिए रणनीति बनाने पर काम चल रहा है.’’
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मेक फार वर्ल्ड का दिया नारा
प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ का नारा दिया. उन्होंने भारत को आर्थिक नीतियों में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ विश्व आपूर्ति श्रृंखला में विनिर्माण के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प किया. मोदी ने कहा कि भारत अपनी 130 करोड़ जनता के सामर्थ के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ की दिशा में प्रगति करने का सामर्थ रखता है. भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने में रिकार्ड बनाया है. पिछले वर्ष देश में एफडीआई में 18 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है. कोरोना के इस काल खंड में भी विश्व की बड़ी -बड़ी कंपनियों ने भारत की ओर रुख किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ दुनिया ऐसे ही भारत की ओर आकर्षित नहीं हुई है. भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास जगाया है.’’ उन्होंने इसी संदर्भ में कोराना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए पीपीटी, वेंटिलेटर और मास्क जैसे सामानों में न केवल आत्मनिर्भरता बल्कि दुनिया के दूसरे देशों की मदद के लिए उत्पादन करने में देश की सफलता का जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व कल्याण के लिए भी ‘आत्मनिर्भर भारत’ जरूरी है.
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डिजिटल इंडिया से आर्थिक सुधार को गति
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया की बदौलत ही यूपीआई भीम के जरिये पिछले एक माह के दौरान तीन लाख करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है. यह प्रौद्योगिकी से ही संभव हो सका है कि गरीबों के जनधन खातों में लाखों करोड़ो रुपये सीधे पहुंच गए. कृषि क्षेत्र में भी व्यापक बदलाव किया गया है. एक राष्ट्र एक राशन कार्ड, एक राष्ट्र एक कर, जनधन खाते जैसे तमाम सुधार जिनमें नई प्रौद्योगिकी बड़ी भूमिका है, आज देश की ताकत बन चुके हैं. दिवाला एवं रिण शोधन अक्षमता (आईबीसी) जैसे एक के बाद एक सुधार किए गए.