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गुजरात के खेड़ा जिले की चुनावी रैली में गृह मंत्री अमित शाह ने 2002 के गुजरात दंगों का मुद्दा उठाया (Photo: Twitter/@BJP4Gujarat)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात की एक चुनावी रैली में 20 साल पुराने सांप्रदायिक दंगों की याद दिलाते हुए दावा किया है कि बीजेपी की सरकारों ने राज्य में अखंड शांति की स्थापना की है. शुक्रवार को गुजरात के खेड़ा जिले की एक चुनावी जनसभा में अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस ने आदत बिगाड़ी थी इसलिए 2002 में दंगे हुए, लेकिन 2002 में ऐसा सबक सिखाया कि 2002 से 2022 तक फिर किसी की हिम्मत नहीं हुई. गुजरात में सांप्रदायिक दंगा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाकर राज्य की बीजेपी सरकारों ने गुजरात में अखंड शांति की स्थापना की है."
गुजरात बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अमित शाह के भाषण का वो हिस्सा शेयर भी किया है, जिसमें उन्होंने गुजरात दंगों का जिक्र किया है. गुजराती में दिए भाषण की इस वीडियो क्लिप में गृह मंत्री अमित शाह ठीक 1 मिनट बाद हंसते हुए 2002 में सबक सिखाने की बात कह रहे हैं.
ગુજરાતમાં કોમી હુલ્લડો કરવાવાળાઓ સામે ભારતીય જનતા પાર્ટીએ કડક પગલાં ભરીને અખંડ શાંતિની સ્થાપના કરી છે.
— BJP Gujarat (@BJP4Gujarat) November 25, 2022
- કેન્દ્રીય ગૃહ અને સહકાર મંત્રી શ્રી @AmitShah#ગુજરાતમાં_ભાજપની_લહેરpic.twitter.com/8kzDKGkk9g
कांग्रेस लोगों को दंगों के लिए उकसाती थी : अमित शाह
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने खेड़ा जिले के महुधा में बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा में कहा, "गुजरात में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान सांप्रदायिक दंगे आम थे. कांग्रेस अलग-अलग तबकों और जातियों के लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने के लिए उकसाती रहती थी. कांग्रेस इन दंगों के जरिए अपने वोट बैंक को मजबूत करती थी और समाज के एक बड़े हिस्से के साथ नाइंसाफी होती थी."
एजेंसी के मुताबिक अमित शाह ने कहा कि गुजरात में 2002 में दंगे इसलिए हुए क्योंकि कांग्रेस के समर्थन के कारण दंगाइयों को हिंसा करने की आदत पड़ चुकी थी, लेकिन 2002 में उन्हें ऐसा सबक सिखाया गया कि इन तत्वों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि इसके बाद 2002 से 2022 तक उन्होंने हिंसा नहीं की और बीजेपी ने सांप्रदायिक दंगा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाकर गुजरात में स्थायी शांति की स्थापना कर दी. आपको बता दें कि गुजरात में फरवरी 2002 में गोधरा में ट्रेन के एक डिब्बे में आग लगाए जाने के बाद बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिसमें बड़ी तादाद में लोग मारे गए थे. अमित शाह ने खेड़ा के अपने भाषण में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का जिक्र भी किया. उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक की वजह से ऐसा नहीं किया.