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Amit Shah in Parliament : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का पक्ष रखते हुए.(PTI Photo)
No-Confidence Motion Debate Day 2 Amit Shah Speech in Lok Sabha : विपक्ष की तरफ से लोकसभा में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की बहस के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि मैं पूरे देश में घूमा हूं, कहीं भी सरकार के खिलाफ अविश्वास की हल्की झलक भी नहीं दिखी. शाह ने कहा कि मैं इस सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता को बताना चाहता हूं कि आजादी के बाद अगर किसी एक नेता में जनता ने सबसे अधिक विश्वास दिखाया है तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. गृह मंत्री ने कहा, विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का उद्देश्य केवल भ्रांति पैदा करना है, यह जनता की इच्छाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है. गृह मंत्री ने कहा कि मैं विपक्ष की इस बात से सहमत हूं कि मणिपुर में हिंसा का तांडव हुआ है और इन घटनाओं का कोई समर्थन नहीं कर सकता है, लेकिन इन घटनाओं पर राजनीति करना इससे भी ज्यादा शर्मनाक है.
मणिपुर पर विपक्ष ने चर्चा नहीं होने दी : शाह
मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा, "हम मणिपुर के मुद्दे पर संसद में पहले दिन से चर्चा कराने के लिए तैयार थे, लेकिन विपक्ष ने चर्चा नहीं होने दी. विपक्ष को मेरे जवाब से संतुष्ट नहीं होने के बाद कहना चाहिए था कि प्रधानमंत्री जवाब दें." अमित शाह ने कहा कि मणिपुर में 6 साल से भाजपा की सरकार है और तब से लेकर 3 मई तक राज्य में एक बार भी कर्फ्यू नहीं लगा था, एक बार भी बंद नहीं हुआ था और उग्रवादी हिंसा लगभग समाप्त हो गयी थी.
विपक्षी गठबंधन का चरित्र सत्ता के लिए भ्रष्टाचार करना : शाह
अमित शाह ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन का चरित्र सत्ता के लिए भ्रष्टाचार करना है, जबकि भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन सिद्धांतों की राजनीति करता है. अमित शाह ने कांग्रेस सहित विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी नीति भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण है. जबकि मोदी सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों के जीवन में नई आशा का संचार किया है, जनता को उन पर पूरा भरोसा है.
शाह ने विपक्षी गठबंधन के चरित्र पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, ‘‘तीन बुराइयों.. भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण ने भारतीय लोकतंत्र को घेर लिया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कामकाज एवं प्रदर्शन की राजनीति से इन्हें खत्म किया. लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद यह एक या दूसरे रूप में अभी भी है.’’ अमित शाह ने कहा, ‘‘इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने नारा दिया है, भ्रष्टाचार ‘क्विट इंडिया’, परिवारवाद ‘क्विट इंडिया, तुष्टीकरण ‘क्विट इंडिया.’’
गरीबी हटाने का काम मोदी सरकार ने किया : शाह
शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने नौ साल में 50 से ज्यादा फैसले ऐसे लिए हैं, जो एतिहासिक हैं, जो इतिहास के अंदर स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाएंगे. गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ 'गरीबी हटाओ' का नारा देती थी, लेकिन करती कुछ नहीं थी, गरीबी हटाने का काम मोदी सरकार ने किया. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि पहले कांग्रेस के ही प्रधानमंत्री कहते थे कि वो एक रुपया भेजते हैं तो गरीबों तक 15 पैसे ही पहुंचते हैं, 85 पैसे गायब हो जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम डीबीटी के माध्यम से पूरा पैसा गरीबों के बैंक खातों में ट्रांसफर करते हैं.’’ शाह ने कहा कि आजादी के बाद एक भी छुट्टी लिए बगैर 24 में 17 घंटे काम करने वाला अगर कोई प्रधानमंत्री है तो वो नरेन्द्र मोदी हैं. गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि मोदी जी फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और देखते-देखते 2027 तक देश दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अर्थतंत्र बन जाएगा.’’
जम्मू-कश्मीर पर गलत थीं नेहरू की नीतियां : शाह
कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए शाह ने कहा कि पहले सरहद के उस पार से आतंकवादी घुस जाते थे और जवानों के सिर काटकर ले जाते थे, कोई जवाब नहीं देता था. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में दो बार पाकिस्तान ने हिमाकत की, तब एक बार सर्जिकल स्ट्राइक और दूसरी बार एयर स्ट्राइक करके और पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों को खत्म करने का काम नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया. अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान न सिर्फ आर्टिकल 370 हटाए जाने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एतिहासिक फैसला बताया बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पर जम्मू-कश्मीर में गलत नीतियां लागू करने का आरोप भी लगाया.