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The two sides have been at loggerheads over multiple issues including a Delhi government proposal to send its teachers for training in Finland.
Arvind Kejriwal's Aam Aadmi Party dissolves Haryana unit : आम आदमी पार्टी ने अपनी हरियाणा इकाई को पूरी तरह भंग करने का एलान किया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने बुधवार को ये एलान अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए किया. इसके साथ ही उसने यह भी कहा है कि हरियाणा में पार्टी के नये पदाधिकारियों के नाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे.
आम आदमी पार्टी ने अपने इस फैसले का एलान आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर करते हुए लिखा है, "हरियाणा में AAP का पूरा सांगठनिक ढांचा तत्काल प्रभाव से भंग किया जा रहा है. पार्टी के नए पदाधिकारियों का एलान हम जल्द ही करेंगे. " राज्य में विधानससभा के चुनाव अगले साल होने वाले हैं.
⚠️ANNOUNCEMENT⚠️
— AAP Haryana (@AAPHaryana) January 25, 2023
The entire organisation structure of @AAPHaryana stands dissolved with immediate effect.
We will announce the new office bearers soon. pic.twitter.com/8hGNxskq1b
हरियाणा में कौन होंगे AAP के नए पदाधिकारी?
आम आदमी पार्टी के इस एलान से साफ है कि अरविंद केजरीवाल हरियाणा में अपनी पार्टी के ढांचे में बड़े बदलाव करना चाहते हैं. पड़ोसी राज्य पंजाब में भारी चुनावी जीत हासिल करने के बाद से ही आम आदमी पार्टी हरियाणा में अपनी स्थिति मजबूत होने की उम्मीद कर रही है. हरियाणा के कई पुराने कांग्रेसी नेताओं ने पंजाब चुनाव के बाद अरविंद केजरीवाल की पार्टी का दामन थाम लिया था, जिससे राज्य में AAP के हौसले और बुलंद हो गए थे. हरियाणा में पिछले साल अप्रैल में कांग्रेस के पूर्व राज्य प्रमुख अशोक तंवर ने पाला पदलकर केजरीवाल की पार्टी का दामन थाम लिया था. इसके बाद हरियाणा के एक और पूर्व कांग्रेस नेता निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा भी AAP में शामिल हो गए थे. हरियाणा में पार्टी की पूरी इकाई को भंग करने के बाद अब नए पदाधिकारियों के एलान में सबकी नजरें इस बात पर टिकी रहेंगी कि इन पूर्व कांग्रेस नेताओं को केजरीवाल अपनी पार्टी में कितनी अहमियत देते हैं.
हिमाचल, गुजरात में पूरे नहीं हुए सपने, क्या हरियाणा में मिलेगी सफलता?
पंजाब के एक और पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में कुछ दिनों पहले हुए विधानसभा चुनाव में 'आप' को नाकामी हाथ लगी है. देश भर में अपना विस्तार करने की कोशिश में लगी आम आदमी पार्टी ने पिछले दिनों गुजरात विधानसभा चुनाव में भी काफी जोर लगाया था. पार्टी के सबसे बड़े नेता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने धुधांधार चुनाव प्रचार भी किया. लेकिन गुजरात चुनाव में आप को महज 5 सीटों पर ही जीत हासिल हो सकी. हालांकि AAP शासित दोनों राज्यों - दिल्ली और पंजाब से सटे होने की वजह से केजरीवाल हरियाणा से जरूर किसी चमत्कार की उम्मीद कर रहे होंगे.