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Gehlot Vs Shah: अशोक गहलोत ने कहा, अमित शाह झूठ बोलकर आतंकवाद पर न करें सियासत, राजस्थान पुलिस ने किया था कन्हैयालाल के हत्यारों को गिरफ्तार

Ashok Gehlot Vs Amit Shah: गृह मंत्री अमित शाह का दावा है कि कन्हैयालाल के हत्यारों को गहलोत सरकार पकड़ना नहीं चाहती थी, उन्हें NIA ने गिरफ्तार किया था.

Ashok Gehlot Vs Amit Shah: गृह मंत्री अमित शाह का दावा है कि कन्हैयालाल के हत्यारों को गहलोत सरकार पकड़ना नहीं चाहती थी, उन्हें NIA ने गिरफ्तार किया था.

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FE Hindi Desk
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Ashok Gehlot Vs Amit Shah: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृह मंत्री के आरोपों को गलत बताते हुए तीखा हमला किया है. (PTI/File Photo)

Ashok Gehlot Vs Amit Shah over Kanhaiyalal Muder Case: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान पर उनके और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच घमासान छिड़ गया है. अमित शाह ने पहले यह आरोप लगाया कि उदयपुर में पिछले साल हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों को गहलोत सरकार पकड़ना नहीं करना चाहती थी, उन्हें केंद्र सरकार की एजेंसी NIA ने गिरफ्तार किया था. उनका ये बयान आने के कुछ ही देर बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह पर आतंकवाद जैसे गंभीर मामले में झूठ बोलकर सियासत करने का गंभीर इल्जाम लगाते हुए पलटवार कर दिया. गहलोत ने कहा कि कन्हैयालाल की हत्या के कुछ घंटों के भीतर ही राजस्थान पुलिस ने उसके हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि केंद्र सरकार की एजेंसी NIA को केस ट्रांसफर किए जाने के बाद उन्हें अब तक सजा नहीं दिलाई जा सकी. गहलोत ने यह आरोप भी लगाया कि कन्हैयालाल के दोनों हत्यारे बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे.

अमित शाह के वार पर गहलोत का पलटवार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर के जरिए अमित शाह को जवाब देते हुए लिखा, "यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे परन्तु आज उदयपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है. श्री अमित शाह द्वारा उदयपुर में झूठ बोला गया कि श्री कन्हैयालाल के हत्यारों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को NIA ने पकड़ा जबकि सत्य यह है कि इन्हें घटना के महज चार घंटों में राजस्थान पुलिस पकड़ लिया था. यह दुखद घटना 28 जून 2022 को हुई थी जबकि NIA को इस केस की फाइल 2 जुलाई 2022 को ट्रांसफर हुई. श्री अमित शाह को संभवत: जानकारी में होगा कि ये दोनों हत्यारे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे. उन्हें ये जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन भाजपा नेता थे जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे. एक ओपन एंड शट केस में चार्जशीट फाइल होने में भी इतना अधिक समय क्यों लगा और इन्हें अब तक सजा क्यों नहीं हुई?"

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आतंकवाद पर झूठ बोलने से नहीं चूके अमित शाह : कांग्रेस

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी अमित शाह पर तीखा हमला बोल दिया. कांग्रेस ने कहा कि "गृहमंत्री अमित शाह आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर भी सरेआम राजनीति करने और झूठ बोलने से नहीं चूके. यह बीजेपी BJP की मानसिकता दिखाता है, जिन्होंने अपने सियासी फायदों को हमेशा ही देशहित से ऊपर रखा है. अमित शाह जी, आप अपनी जिम्मेदारी निभाने में तो पूरी तरह नाकाम रहे हैं, कम से कम पद की गरिमा का ख्याल रख लें.

आतंकवाद पर गंदी राजनीति ठीक नहीं : युवा कांग्रेस

देखते ही देखते राजस्थान युवा कांग्रेस के लोग भी इस घमासान में कूद पड़े. कांग्रेस के युवा संगठन ने गहलोत सरकार पर अमित शाह के आरोप को झूठा बताते हुए उन्हें मणिपुर की आग बुझाने पर ध्यान देने की नसीहत भी दे डाली. राजस्थान यूथ कांग्रेस ने कहा, "गृहमंत्री अमित शाह जी, कुछ तो शर्म कीजिये, आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दों पर सरेआम झूठी व गंदी राजनीति शोभा नही देती. राजस्थान में सब चंगा सी, गृहमंत्री होने के नाते जिम्मेदारी निभाइये और मणिपुर की आग बुझाइए."

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अमित शाह के इस भाषण से शुरू हुआ घमासान

केंद्रीय गृहमंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री के बीच वार-पलटवार का यह सिलसिला शुक्रवार को अमित शाह के उस चुनावी भाषण से शुरू हुआ जो उन्होंने उदयपुर की एक सभा में दिया. गृह मंत्री ने अपने इस भाषण में कहा, “राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति बुरी तरह चरमराई हुई है. अरे आपको शर्म आनी चाहिए. कन्हैया लाल को सुरक्षा किसने नहीं दी? मर गया तब तक किसकी पुलिस चुप रही? अरे आप तो पकड़ना भी नहीं चाहते थे. NIA ने पकड़ा."

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