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Ashok Gehlot ready to leave CM Post !राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम भाषण देते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. (PTI Photo)
Ashok Gehlot says he is ready to leave Rajasthan CM post but the post is not leaving him: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर से दावा किया है कि वे सीएम की कुर्सी छोड़ना चाहते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है! इसके साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ‘बड़े फकीर’ हैं. दिलचस्प बात ये है कि कुर्सी छोड़ने की तैयारी दिखाने और फकीरी का दावा करने वाले अशोक गहलोत लंबे समय से अपनी ही पार्टी के नेता सचिन पायलट के साथ सत्ता की खींचतान में शामिल माने जाते हैं. यह भी माना जाता है कि इसी मुख्यमंत्री पद के लिए वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की उम्मीदवारी भी छोड़ चुके हैं. राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ पिछले साल हुई गहलोत समर्थकों की बगावत के लिए भी सीएम पद की लड़ाई ही जिम्मेदार मानी जाती है. ऐसे में गहलोत का एक बार फिर से ये कहना बेहद दिलचस्प है कि वे मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ना चाहते हैं!
पद छोड़ने की बात मन में क्यों आती है यह एक रहस्य : गहलोत
जयपुर के बिड़ला सभागार में सोमवार को आयोजित एक समारोह में गहलोत ने कहा ,‘‘मैं कई बार सोचता हूं कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दूं, पर यह पद मुझे छोड़ नहीं रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैंने यह बात बोली तो सोच-समझकर बोली. …मन में आता है कई बार कि यह पद छोड़ दूं …क्यों आता है, वह एक रहस्य है. लेकिन हाईकमान जो फैसला करेगा, वह मुझे मंजूर होगा. यह कहने की हिम्मत होनी चाहिए कि मैं पद छोड़ना चाहता हूं, पर यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है.’’ गहलोत ने इसी महीने 3 अगस्त को भी कहा था कि वे कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ने की सोचते हैं, लेकिन यह पद उन्हें छोड़ नहीं रहा है. उन्होंने विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा था कि ‘अब आगे देखते हैं क्या होता है.’
कांग्रेस की तरफ से सीएम का चेहरा घोषित नहीं होने के संकेत
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ उनके पुराने टकराव और पिछले कुछ महीनों के दौरान कांग्रेस आलाकमान द्वारा दोनों के बीच सुलह के प्रयासों की पृष्ठभूमि में गहलोत के इस बयान को अहम माना जा रहा है. कांग्रेस नेतृत्व भी यह संकेत दे चुका है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा घोषित नहीं होगा. इस साल नवंबर-दिसंबर में राजस्थान विधानसभा चुनाव होना है.
मोदी जी खुद को सिर्फ बीजेपी और हिंदुओं का पीएम क्यों मानते हैं : गहलोत
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके व्यवहार और ‘बॉडी लैंग्वेज’ से लगता है कि वे सिर्फ एक पार्टी और हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री हैं. गहलोत ने कहा कि यह बहुत खतरनाक बात है. प्रधानमंत्री द्वारा मणिपुर की घटना का जिक्र करते समय राजस्थान का नाम लिए जाने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री पद का मान सम्मान हम अब भी करते हैं. प्रधानमंत्री देश का होता है न कि भाजपा का …. प्रधानमंत्री को अपने बारे में अभी तक भ्रम है कि मैं भाजपा का प्रधानमंत्री हूं….’’ गहलोत ने कहा,‘‘ बोलचाल और ‘बॉडी लैंग्वेज’ में उनका जो व्यवहार है, उससे ऐसा लगता है कि जैसे वे एक पार्टी के प्रधानमंत्री हैं. वे खाली हिंदुओं के प्रधानमंत्री हैं… यह बहुत खतरनाक बात है…. मोदी जी ऐसा क्यों मानते हैं कि मैं केवल भाजपा का प्रधानमंत्री हूं, मैं खाली हिंदुओं का प्रधानमंत्री हूं.’’
मैं मोदी जी से बड़ा फकीर : गहलोत
गहलोत ने कहा, “मोदी जी अपने बारे में कहते हैं, ‘ मैं फकीर हूं’’… लेकिन मोदी जी, मैं आपसे बड़ा फकीर हूं. आपने गौर किया होगा कि मोदी जी एक परिधान को दोबारा नहीं पहनते. वे दिन में दो-तीन बार ड्रेस बदलते होंगे. मेरी ड्रेस वही रहती है…तो मैं उनसे बड़ा फकीर नहीं हूं क्या?’’ गहलोत ने कहा, ‘‘ मैंने जिंदगी में जमीन का एक प्लॉट तक नहीं खरीदा, एक फ्लैट तक नहीं खरीदा, एक ग्राम सोना तक नहीं खरीदा … क्या वे मुझसे बड़े फकीर होंगे?’’ मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा,‘‘पीएम मोदी का चश्मा ही ढाई लाख रुपये का है. जब वे नए-नए प्रधानमंत्री बने तो उनका कोट लंदन से बनकर आया था. वह 10 लाख रुपये का सूट था. जैसे ही राहुल गांधी ने 'सूट बूट की सरकार' पर कटाक्ष किया तो उस कोट को उन्हें बेचना पड़ा .’’
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मोदी जी मुझे मित्र कहते हैं और धज्जियां भी उड़ा रहे हैं : गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि उनके पास विधायक कोटे से मिला एक फ्लैट जयपुर में और सांसद कोटे से मिला एक फ्लैट दिल्ली में है. गहलोत ने कहा, “मोदी जी कहते हैं -मेरे मित्र अशोक गहलोत… लेकिन उसी मित्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं…. मोदी जी जब कहते हैं कि मेरे मित्र अशोक गहलोत, तो जनता में भ्रम होता है कि अशोक गहलोत एवं मोदी में बड़ी अच्छी दोस्ती है.’’ गहलोत ने मानगढ़ के एक कार्यक्रम का जिक्र किया जहां मंच पर पीएम मोदी के साथ वे भी मौजूद थे. गहलोत ने कहा कि भाजपा वालों की कथनी और करनी में अंतर होता है. उन्होंने कहा, भाजपा वालों का चाल -चरित्र और चेहरा सब धीरे-धीरे सामने आ गया है कि ये क्या हैं, और क्या नहीं हैं. गहलोत ने कहा कि मोदी भारत में लोकतांत्रिक सिस्टम के कारण देश के प्रधानमंत्री चुने गए हैं और देश में देश में लोकतंत्र की स्थापना करने और उसे जिंदा रखने का काम कांग्रेस ने किया है. गहलोत ने कहा,‘‘मैं पूरे प्रदेश वासियों को विश्वास दिलाता हूं कि राज्य सरकार के फैसले राज्य के हित में होंगे. मुझ पर पूरे प्रदेशवासियों को विश्वास करना चाहिए. मैं जो कहता हूं वह दिल से कहता हूं.”