/financial-express-hindi/media/post_banners/D6Fza1HKpa9zCsnvTl57.jpg)
Aspirin: ये एक एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवा है जिसका इस्तेमाल दर्द, बुखार और सूजन से राहत पाने के लिए किया जाता है. (File Photo)
Aspirin: भारत के घर-घर में एस्पिरिन का प्रयोग किया जाता है. ये एक एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवा है जिसका इस्तेमाल दर्द, बुखार और सूजन से राहत पाने के लिए किया जाता है. हालांकि, अब एक नए अध्ययन से पता चला है कि एस्पिरिन के अधिक सेवन से एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है. खासकर उन लोगों को इसका सेवन संभलकर या डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए, जिनकी उम्र ज्यादा है. रिसर्च में पाया गया है कि अगर आप एस्पिरिन का सेवन कम मात्रा में करते हैं तब भी आप एनीमिया का शिकार हो सकते हैं.
1900 लोगों पर हुआ है रिसर्च
रिपोर्ट में कहा गया है कि एस्पिरिन की खुराक लेने वालों में एनीमिया विकसित होने का जोखिम 23.5 फीसदी था. अध्ययन करते समय, शोधकर्ताओं ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 19,000 से अधिक स्वस्थ वयस्कों के बीच हीमोग्लोबिन कॉन्सन्ट्रेशन की जांच की. इस रिसर्च के हेड का कहना है, "हम अपने … परीक्षण सहित बड़े क्लिनिकल टेस्ट से जानते थे कि एस्पिरिन का खुराक रोजाना लेने से Clinically Significant Bleeding का जोखिम बढ़ जाता है."
Also Read: Gold Investment: सोने का भाव होगा 68,000 के पार! फिजिकल गोल्ड या SGB, किसमें करें निवेश
बड़े उम्र लोगों को ज्यादा है खतरा
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हीमोग्लोबिन के स्तर में कमी से एनीमिया हो सकता है. यह स्थिति वृद्ध लोगों में आम है. यह थकान, तेज या अनियमित दिल की धड़कन, सिरदर्द, सीने में दर्द आदि का कारण भी बन सकता है. अध्ययन के निष्कर्ष एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुए थे. अध्ययन के रिजल्ट्स के आधार पर, शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि पांच साल के भीतर प्लेसीबो समूह के 20 फीसदी की तुलना में वृद्ध वयस्कों में 24 फीसदी एनीमिया विकसित होने का खतरा है. इस दौरान वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि जो लोग एस्पिरिन ले रहे थे उनमें हीमोग्लोबिन और फेरिटिन का स्तर थोड़ा कम था, जो रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन ले जाने में मदद करते हैं.