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माफिया डॉन से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार 15 अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे यूपी के प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी. (Video Screenshot)
Atiq Ahmad's letter in sealed envelope being sent to CJI, UP CM Yogi Adityanath : पुलिस हिरासत में लाइव टेलीविजन के सामने मारे गए माफिया डॉन अतीक अहमद ने अपनी हत्या किए जाने की आशंका के चलते पहले से एक सीलबंदी चिट्ठी लिखकर रखी थी, जो अब चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी जा रही है. यह जानकारी अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने मीडिया को दी है. हालांकि विजय मिश्रा ने यह दावा भी किया कि सीलबंद चिट्ठी में अतीक अहमद ने क्या लिखा है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
अतीक ने कहा था हत्या होने पर भेजा जाए सीलबंद लिफाफा : वकील
वकील विजय मिश्रा ने बताया कि अतीक अहमद ने कहा था कि अगर उसके साथ कोई दुर्घटना हो जाए या उसकी हत्या कर दी जाए, तो यह सीलबंद लिफाफा चीफ जस्टिस और यूपी के मुख्यमंत्री को भेज दिया जाए. वकील ने यह भी कहा कि यह चिट्ठी उनके पास नहीं है, बल्कि अतीक ने इसे लिखकर कहीं और रखा था, जहां से इसे उसके कहे मुताबिक सीएम योगी और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भेजा जा रहा है. पुलिस हिरासत में हत्या किए जाने से कुछ समय पहले अतीक अहमद ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा मुहैया कराने की गुहार लगाई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी.
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अतीक हत्याकांड की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका
इस बीच, अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की जा चुकी है. जिस पर देश की सबसे बड़ी अदालत 24 अप्रैल को सुनवाई करने वाली है. वकील विशाल तिवारी की तरफ से दायर इस याचिका में अतीक अहमद की हत्या के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद से अब तक हुए 183 एनकाउंटर्स की जांच करने की मांग भी की गई है. याचिका में कहा गया है कि कानून का राज कायम रखने के लिए अतीक और अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या किए जाने के साथ ही इन तमाम एनकाउंटर्स की निष्पक्ष जांच भी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में गठित कमेटी से करानी चाहिए. याचिका में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ने खुद ही कहा है कि 2017 से अब तक प्रदेश में 183 एनकाउंटर किए जा चुके हैं.
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पुलिस हिरासत में हुई अतीक, अशरफ की हत्या
माफिया डॉन से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार 15 अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे यूपी के प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी. उस वक्त यूपी पुलिस दोनों को मेडिकल कॉलेज में चेकअप के लिए ले जा रही थी. लेकिन पुलिस के घेरे में होने के बावजूद तीन हमलावर अतीक और अशरफ को प्वाइंट ब्लैंक यानी बिलकुल करीब से गोली मारने में सफल हुए. तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन इस हत्याकांड की वजह से यूपी पुलिस के कामकाज पर गंभीर सवाल भी उठ रहे हैं. यूपी सरकार ने अपनी तरफ से भी पूरी घटना की न्यायिक जांच कराने का एलान किया है. इसके लिए एक कमीशन का गठन भी कर दिया गया है.