/financial-express-hindi/media/post_banners/CiU4QdUbk5whG5GbbR2g.jpg)
देश में बैंक फ्रॉड के मामलों में इस साल कमी आई है.
Banking Fraud: देश में बैंक फ्रॉड के मामलों में इस साल कमी आई है. रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर में 100 करोड़ रुपये से अधिक के फ्रॉड के मामलों में कमी आई है. साल 2021-22 में ऐसे मामलों में फंसी राशि 41,000 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1.05 लाख करोड़ रुपये थी. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.
Petrol-Diesel Sales: जून में पेट्रोल की बिक्री 29% बढ़ी, डीजल की खपत में भी 35% का इजाफा
2021-22 में घटे धोखाधड़ी के मामले
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों में 2021-22 में धोखाधड़ी के मामले घटकर 118 रह गए जो 2020-21 में 265 थे. पब्लिक सेक्टर के बैंकों की बात करें तो इनमें 100 करोड़ रुपये से अधिक गबन राशि के मामलों की संख्या 167 से घटकर 80 रह गई जबकि प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में ऐसे मामले 98 से घटकर 38 रह गए. पब्लिक सेक्टर के बैंकों के संबंध में फ्रॉड के मामलों में फंसी राशि घटकर 28,000 करोड़ रह गई जो 2020-21 में 65,900 करोड़ रुपये थी. प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के लिए यह राशि 39,900 करोड़ रुपये से घटकर 13,000 करोड़ रुपये पर आ गई.
इस साल SBI में हुई सबसे बड़ी धोखाधड़ी
इस साल की शुरुआत में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में 22,842 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी हुई, जिसे एबीजी शिपयार्ड और उसके प्रमोटर्स ने अंजाम दिया. यह राशि नीरव मोदी द्वारा पंजाब नेशनल बैंक के साथ की गई 14,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से भी अधिक है. पिछले महीने जांच एजेंसी CBI ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर व डायरेक्टर धीरज वधावन और अन्य के खिलाफ 34,615 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था.
(इनपुट-पीटीआई)