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The government said any 'post facto' change in the terms of the RBI circulars with regard to non-charging of interest during the moratorium period would be unfair to those who kept paying their EMIs.
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Fake Whatsapp Messages Alert: अगर आपके पास ऐसा कोई मैसेज आया है कि सरकार हर कोविड19 मरीज के लिए हर म्यूनिसपैलिटी (नगर पालिका) को पैसे दे रही है तो अलर्ट हो जाएं. यह एक फेक मैसेज है. सरकार ने ऐसी कोई योजना नहीं बनाई है. यह जानकारी पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने दी है. PIB फैक्ट चेक ने ट्वीट में कहा है कि वॉट्सऐप (WhatsApp) पर एक मैसेज चल रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केन्द्र सरकार हर कोविड19 मरीज के लिए हर नगर पालिका को 1.5 लाख रुपये उपलब्ध करा रही है.
लेकिन सच्चाई यह है कि यह मैसेज फर्जी है. केन्द्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है. लिहाजा अगर आपके पास यह मैसेज आए तो इस पर भरोसा न करें.
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Claim: A message circulating on #WhatsApp claims that Central Government is providing Rs 1.5 lakh to every Municipality for each #COVID19 patient. #PIBFactCheck: The claim is #Fake. No such announcement has been made by Government. pic.twitter.com/Ntr137aIUY
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 25, 2020
कोविड19 महामारी के दौर में अफवाहों का चलन बढ़ गया है. कभी कोरोना के इलाज के उपायों के नाम पर तो कभी इससे जुड़ी घोषणाओं के नाम पर फेक मैसेज सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं. किसी भी तथ्य की पुष्टि किए बिना भरोसा करना हानिकारक हो सकता है.
PIB Fact Check
PIB Fact Check केन्द्र सरकार की पॉलिसी/स्कीम्स/विभाग/मंत्रालयों को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करता है. सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या झूठ, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है. कोई भी PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या URL वॉट्सऐप नंबर 918799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है.