/financial-express-hindi/media/post_banners/p4MIO3zwnjHcUCJoWpba.jpg)
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि 6.6 करोड़ डोज को दूसरे देशों को भेजना भयंकर गलती थी.
Vaccine Crisis in Delhi: दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज बुधवार 12 मई को जानकारी दी कि Bharat Biotech ने Covaxin के अतिरिक्त डोज की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया है. सिसोदिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में कोवैक्सीन की डोज खत्म हो चुकी है जिसके चलते 17 स्कूलों में बनाए गए करीब 100 वैक्सीनेशन केंद्रों को बंद करना पड़ा है.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया के मुताबिक कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि वैक्सीन की उपलब्धता न होने और संबंधित सरकारी अधिकारी के निर्देशों के तहत दिल्ली सरकार को और वैक्सीन मुहैया नहीं कराई जा सकती है. सिसोदिया ने कहा है कि भारत बायोटेक की चिट्ठी इस बात का सबूत है कि केंद्र सरकार वैक्सीन की आपूर्ति को नियंत्रित कर रही है.
Vaccine mismanagement by Centre Gov-
Covaxin refuses to supply vaccine citing directives of Gov. & limited availability.
Once again I would say exporting 6.6cr doses was biggest mistake. We are forced to shutdown 100 covaxin-vaccination sites in 17 schools due to no supply pic.twitter.com/uFZSG0y4HM
— Manish Sisodia (@msisodia) May 12, 2021
6.6 करोड़ डोज का निर्यात भयंकर गलती
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मौजूदा हालात में वे एक बार फिर से इस बात को दोहराना चाहेंगे कि वैक्सीन के 6.6 करोड़ डोज दूसरे देशों को एक्सपोर्ट करना सबसे बड़ी गलती थी. उपमुख्यमंत्री ने एक बार फिर से यह मांग भी की है कि वैक्सीन का फॉर्मूला देश की उन बाकी दवा कंपनियों को भी मुहैया कराया जाए, जो इसका निर्माण करने की क्षमता रखती हैं. देश में अभी दो ही कंपनियां - सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बॉयोटेक वैक्सीन बना रही हैं. सिसोदिया ने अंतरराष्ट्रीय तौर पर स्वीकृत तमाम वैक्सीन्स को भारत में प्रयोग के लिए मंजूरी देने की सिफारिश भी की है और सभी राज्यों को तीन महीने के भीतर टीकाकरण पूरा करने का निर्देश देने की गुजारिश भी की है.
वैक्सीन मिली तो 3 माह में सभी के वैक्सीनेशन का दावा
एक दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार से वैक्सीन फॉर्मूला देश की अन्य कंपनियों के साथ साझा करने की सिफारिश की थी, ताकि इसका उत्पादन बढ़ाया जा सके. केजरीवाल के मुताबिक दो कंपनियां प्रति महीने 6-7 करोड़ के हिसाब से वैक्सीन उत्पादित कर रही हैं और इस दर से देश में सभी के वैक्सीनेशन में 2 साल से अधिक समय लग जाएगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय राज्य में हर दिन वैक्सीन की 1.25 लाख डोज लगाई जा रही है. इसे जल्द ही बढ़ाकर 3 लाख डोज़ किया जाएगा. केजरीवाल के मुताबिक अगर राज्य सरकार को पर्याप्त वैक्सीन मिल जाए, तो उनकी सरकार 3 महीने में ही सभी दिल्ली वासियों के टीकाकरण का काम पूरा कर लेगी.