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अरबिंदो फार्मा वैश्विक स्तर पर जेनेरिक दवाओं के बाजार की एक दिग्गज कंपनी है.
एनफोर्समेंट डायरेक्टर (ED) ने दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए अरबिंदो फार्मा के डायरेक्टर सरथ रेड्डी और Pernod Ricard के जीएम बिनॉय बाबू को गिरफ्तार किया है. इससे पहले ईडी ने इस मामले में इंडोस्पिरिट ग्रुप के समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था. इस केस में ईडी ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है. मामले की जांच करते हुए अब तक ईडी ने मनीष सिसोदिया के पीए समेत कई करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. हालांकि दिल्ली सरकार अपनी नई शराब नीति को वापस ले चुकी है.
जेनेरिक दवाओं की एक दिग्गज कंपनी है अरबिंदो फार्मा
अरबिंदो फार्मा वैश्विक स्तर पर जेनेरिक दवाओं के बाजार की एक दिग्गज कंपनी है. सरथ रेड्डी सियासी परिवार से संबंध रखते हैं, उनके परिवार के विजय साई रेड्डी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं और उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का बेहद करीबी माना जाता है.
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दो बार हो चुकी है पूछताछ
इससे पहले ईडी ने सरथ रेड्डी से दो बार पूछताछ कर चुकी है. अगस्त में सीबीआई ने दिल्ली शराब नीति में कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग करने का मामला दर्ज किया था, जिसके आधार पर सितंबर में ईडी ने भी केस दर्ज किया है. इस मामले में मनीष सिसोदिया और आबकारी विभाग के तीन अधिकारियों और वेंडर्स समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
नई आबकारी नीति में अनियमितता बरतने का आरोप
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक एमएचए के निदेशक प्रवीण कुमार राय ने केंद्रीय एजेंसी को 2021-22 के लिए दिल्ली की जीएनसीटीडी की आबकारी नीति के निर्धारण और कार्यान्वयन में कथित तौर पर बरती गई अनियमितताओं के मामले की जांच के आदेश दिये हैं. इसके साथ ही उन्होंने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भी इस संबंध में लेटर भेजा है.
उपमुख्यमंत्री भी हैं आरोपी
इसके साथ ही एफआईआर में लिखा है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आबकारी विभाग के तत्कालीन आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण, आबकारी विभाग के तत्कालीन उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर ने 2021-22 के लिए आबकारी नीति से जुड़े फैसले लेने में कथित तौर पर नियमों की अनदेखी की गई, ताकि लाइसेंसधारी पोस्ट टेंडर को अनुचित लाभ दिया जा सकते.
सीबीआई ने अपनी FIR में 'विश्वसनीय सूत्रों' का हवाला देते हुए कहा कि यह खुलासा किया है कि विजय नायर, मनोज राय, पर्नोड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी, ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढाल और महेंद्रू शराब नीति को लागू कराने में सक्रिय रूप से शामिल हैं.
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इसके साथ ही सूत्रों ने दावा किया है कि कुछ एल -1 लाइसेंस धारक रिटेल विक्रेताओं को क्रेडिट नोट जारी किये गए, ताकि सरकारी कर्मचारियों को गलत तरीके से आर्थिक फायदा पहुंचाया जा सके. इसके साथ ही रिकॉर्ड को साफ रखने के लिए खातों की किताबों में गलत एंट्री की गईं.