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कोरोना महामारी के कारण यह पूरा साल अधिकतर लॉकडाउन में गुजरा जिससे इवेंट्स प्रभावित हुए.
Big Events in 2020: आज साल 2020 का आखिरी दिन है. हर साल की तरह इस साल 2020 में भी कई इवेंट्स आयोजित किए जाने की योजनाएं थीं. लेकिन कोरोना महामारी के कारण यह पूरा साल अधिकतर लॉकडाउन में गुजरा. कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष बहुत से इवेंट्स रद्द करने पड़े और जो हुए भी तो उनमें अधिकतर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुए. इस वर्ष फेसबुक फ्यूल फॉर इंडिया, एप्पल का सालाना समारोह और यूएन की 75वीं आमसभा जैसे इवेंट वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुए. कुछ इवेंट्स कैंसल करने पड़े जैसे कि जापान में इस साल ओलंपिक होना था जिसे अब अगले साल 2021 में आयोजित कराया जाएगा. इसके अलावा आईपीएल जैसे बड़े इवेंट भी इससे प्रभावित हुए और भारत की बजाय यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) में बिना दर्शकों यानी खाली स्टेडियम में हुए.
Facebook Fuel For India 2020
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने Facebook Fuel For India 2020 का आयोजन किया. यह सालाना इवेंट फेसबुक ने भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए इस साल से शुरू किया है. इसका आयोजन 15 और 16 दिसंबर 2020 को हुआ था. इस इवेंट के जरिए फेसबुक की कोशिश रही कि भारत में कई प्रकार के प्रॉडक्ट्स और प्लान्स को एक साथ लेकर ग्रोथ को बढ़ाना दिया जाए. इवेंट में फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने रिलायंस के प्रमुख मुकेश अंबानी से पूछा कि कोरोना महामारी के बाद भारत में तकनीक की क्या भूमिका रहेगी तो अंबानी ने कहा कि दुनिया में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत की अहम भूमिका रहेगी.
अंबानी ने भारत में डिजिटल उपलब्धियों का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कैंपेन को दिया. अंबानी ने जुकरबर्ग से भारत और रिलायंस जियो में निवेश का कारण पूछा तो फेसबुक प्रमुख ने कहा कि भारत में आर्थिक संभावनाएं बहुत अधिक हैं, इसी वजह से फेसबुक ने यहां निवेश किया है. इवेंट के दौरान अंबानी ने भारत में अब तक के सबसे बड़े FDI और फेसबुक-जियो की साझेदारी के लिए जुकरबर्ग का शुक्रिया अदा किया. इस अवसर पर अंबानी ने कहा कि फेसबुक समेत कई कंपनियों और एंटरप्रेन्योर्स के लिए भारत में इकोनॉमिक व सोशल ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बनने का सुनहरा अवसर है. उन्होंने कोरोना महामारी जैसी क्राइसिस को नई ग्रोथ के लिए अवसर बताया.
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Apple की पहली मैक चिप
मोबाइल (iPhone) और टैब (iPad) मार्केट पर कब्जे के बाद एप्पल अब लैपटॉप और डेस्कटॉप मार्केट पर कब्जे की तरफ बढ़ चुकी है. इस साल 11 नवंबर को एप्पल ने तीसरे प्रॉडक्ट लांच इवेंट में तीन नए मैक मॉडल को लांच किया. हालांकि यह इवेंट इसलिए यादगार रहेगा क्योंकि एप्पल ने अपने पहले मैक चिप M1 को लांच किया. कंपनी के दावों के मुताबिक एम1 चिप के जरिए सिस्टम की पावर एफिशिएंसी बढ़ जाएगी और एक बार बैट्री फुल चार्ज होने के बाद 20 घंटे तक मूवी देख सकेंगे. अभी तक मैक में प्रोसेसर, सिक्योरिटी और मेमोरी के लिए मैक में कई चिप का प्रयोग होता था लेकिन अब ये सभी कार्य सिर्फ एम1 चिप के जरिए हो सकेगा. एप्पल के दावे के मुताबिक पर्सनल कंप्यूटर के लिए यह दुनिया का सबसे तेज इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स है और एक तिहाई बिजली खपत पर ही दोगुनी ग्राफिक्स स्पीड पर काम करता है.
India Mobile Congress में 5G के बारे में एलान
8-10 दिसंबर को दक्षिण एशिया के सबसे बड़े तकनीकी इवेंट इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आयोजन 8-10 दिसंबर के बीच किया गया. इस समारोह में रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी ने अगली पीढ़ी की नेटवर्क सेवाओं के लिए अहम एलान किया. अंबानी ने बताया कि रिलायंस जियो 2021 की दूसरी छमाही में 5जी सेवाएं लांच कर देगी. हालांकि उन्होंने कहा कि इसके लिए नीतिगत बदलाव और प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने देश के 30 करोड़ 2जी फोन ग्राहकों को स्मार्टफोन में लाने के लिए नीतिगत हस्तक्षेप की वकालत की है.
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UN का 75वां अधिवेशन
इस साल 26 सितंबर 2020 को संयुक्त राष्ट्र संघ के 75वें सत्र की आम सभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित कर कोरोना महामारी से निपटने में भारत की बड़ी भूमिका को रेखांकित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की वैक्सीन उत्पादन और वैक्सीन आपूर्ति क्षमता पूरी मानवता को कोरोना महामारी के संकट से बाहर निकालने में काम आएगी. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुए इस इवेंट में पीएम मोदी ने स्थाई सीट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कब तक भारत को यूएन के डिसीजनमेंकिंग स्ट्रक्चर से अलग रखा जाएगा.
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने की भारत की बड़ी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा पूरी मानव जाति के हित के बारे में सोचा है और उसकी नीतियां हमेशा इसी दर्शन से प्रेरित रही हैं. महामारी के मुश्किल समय में भारत ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं. पीएम मोदी ने यूएन के जरिए वैश्विक समुदाय को आश्वासन दिलाया कि विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर भारत की वैक्सीन उत्पादन और आपूर्ति क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने में काम आएगी.