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Bihar Caste Based Survey: इसके अलावा बाकी बची आबादी में 19.65 फीसदी अनुसूचित जाति यानी एससी और 1.6 फीसदी अनुसूचित जनजाति की बताई गई है. (Express photo)
Bihar Caste Based Census Released: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने सोमवार को जाति आधारित गणना (Bihar Caste Based Survey) के आंकड़े जारी किए. राज्य में हाल ही में कराए गए जाति आधारित सर्वे के मुताबिक बिहार की कुल आबादी में 63 फीसदी लोग ओबीसी और ईबीसी के हैं. जिसमें ईबीसी यानी अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 36.01 फीसदी, पिछड़े वर्ग की आबादी 27.12 फीसदी शामिल है. जनरल यानी सामान्य आबादी 15.52 फीसदी बताई गई है. इसके अलावा बाकी बची आबादी में 19.65 फीसदी अनुसूचित जाति यानी एससी और 1.6 फीसदी अनुसूचित जनजाति की बताई गई है. राज्य में 81.9986 फीसदी आबादी हिंदुओं की है, जो सबसे अधिक है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि बिहार की कुल आबादी 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है.
गांधी जयंती के मौके पर जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पहले ट्विटर) के जरिए जानकारी देते हुए बताया कि आज गांधी जयंती के अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी किए गए. उन्होंने जाति आधारित गणना में लगे कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था.
आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई !
— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 2, 2023
जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था।…
बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी और इस सिलसिले में पिछले साल 2 जून को मंत्रि परिषद से इसकी स्वीकृति मिली थी. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इसके आधार पर बिहार सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है.
फौरन बिहार विधानसभा के 9 दलों के साथ होगी बैठक
उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है. इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास और उत्थान के लिए आगे फैसले लिए जाने बात कही गई है. बिहार सीएम ने बताया कि राज्य में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर फौरन ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी और जाति आधारित गणना के नतीजों से उन्हें भी परिचित कराया जाएगा.
जाति आधारित सर्वे के हवाले से पीटीआई ने बताया कि बिहार की कुल आबादी में यादव की हिस्सेदारी सबसे अधिक 14.27 फीसदी है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि कम समय में जाति आधारित सर्वे के आंकड़े एकत्रित एवं उन्हें प्रकाशित कर बिहार आज फिर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना. दशकों के संघर्ष ने एक मील का पत्थर हासिल किया. इस सर्वे ने ना सिर्फ सालों से लंबित जातिगत आंकड़े प्रदान किये हैं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति का भी ठोस संदर्भ दिया है.
कम समय में जाति आधारित सर्वे के आँकड़े एकत्रित एवं उन्हें प्रकाशित कर बिहार आज फिर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 2, 2023
दशकों के संघर्ष ने एक मील का पत्थर हासिल किया। इस सर्वेक्षण ने ना सिर्फ वर्षों से लंबित जातिगत आंकड़े प्रदान किये हैं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति का भी ठोस… pic.twitter.com/Xqzpzf3t3z
बिहार आगे भी देश को दिखाएगी नई राह: तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट के जरिए आगे कहा कि अब सरकार त्वरित गति से वंचित वर्गों के समग्र विकास एवं हिस्सेदारी को इन आंकड़ों के आलोक में सुनिश्चित करेगी. इतिहास गवाह है भाजपा नेतृत्व ने विभिन्न माध्यमों से कितनी तरह इसमें रूकावट डालने की कोशिश की. बिहार ने देश के समक्ष एक नजीर पेश की है और एक लंबी लकीर खींच दी है सामाजिक और आर्थिक न्याय की मंज़िलों के लिए. आज बिहार में हुआ है कल पूरे देश में करवाने की आवाज उठेगी और वो कल बहुत दूर नही है. बिहार ने फिर देश को दिशा दिखाई है और आगे भी दिखाता रहेगा.