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जेडीयू के प्रमुख नीतीश कुमार सर्वसम्मति से NDA विधायक दल के नेता चुने गए हैं और वे लगातार चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे.
जेडीयू के प्रमुख नीतीश कुमार सर्वसम्मति से NDA विधायक दल के नेता चुने गए हैं और वे लगातार चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे. पटना में एनडीए विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया. शपथ ग्रहण समारोह कल दोपहर को होगा. बीजेपी के सुशील मोदी राज्य के उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे. एनडीए राज्यपाल फागू चौहान के पास सरकार बनाने का दावा पेश करने पहुंच गई है. बैठक में एनडीए की चारों सदस्य दल शामिल हुए थे- जेडीयू, बीजेपी, हम (एस) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी).
बैठक नीतीश कुमार के राज्यपाल को इस्तीफे देने और विधानसभा को भंग करने का सुझाव देने के दो दिन बाद हुई थी.
एनडीए की बैठक से घंटों पहले, नए चुने गए बीजेपी विधायकों की राज्य के पार्टी प्रमुख संजय जयसवाल के साथ पटना में बैठक हुई थी.
NDA को चुनाव में मिली थीं 125 सीटें
243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए ने 125 सीटें जीती थीं. जबकि विपक्षी महागठबंधन को 100 सीटें मिली थीं. हालांकि, बीजेपी बिहार में एनडीए में बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, भाजपा को 74 और जेडीयू को 43 सीटें मिलीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार की अगुवाई करने को लेकर सभी अंदेशों पर विराम लगाते हुए कहा था कि भाजपा और एनडीए का हर नेता यह सुनिश्चित करेगा कि हमारे राज्य के लिए प्रतिज्ञा नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरी हो.
दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंचा, पटाखों पर बैन का नहीं हुआ पालन
जेडीयू का आंकड़ा 71 से घटकर इस बार 43 हो गया, जो उसका 2005 के विधानसभा चुनावों के बाद सबसे बुरा प्रदर्शन है. चुनाव के नतीजों के बाद मीडिया के साथ अपनी सबसे पहली बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री के पद के लिए कभी भी दावा नहीं किया. उन्होंने कहा था कि मैंने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई दावा नहीं किया है. यह फैसला एनडीए लेगा.