/financial-express-hindi/media/media_files/2025/08/24/bihar-electoral-rolls-revision-2-2025-08-24-15-22-47.jpg)
चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि सभी क्लेम और ऑब्जेक्शन पर 25 सितंबर 2025 तक फैसला लिया जाएगा. इसके बाद 30 सितंबर 2025 को फाइनल वोटर लिस्ट जारी की जाएगी. (Image: IE File)
बिहार में मतदाता सूची के लिए 24 जून 2025 से शुरू हुई स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) प्रक्रिया को आज 60 दिन पूरे हो गए हैं. फिलहाल राज्य में वोटर लिस्ट SIR का दूसरा चरण जारी है, जिसकी डेडलाइन 1 सितंबर तय है. डेडलाइन नजदीक आते ही चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि अब तक ड्राफ्ट रोल्स में शामिल 98.2% मतदाताओं से जरूरी दस्तावेज प्राप्त हो चुके हैं.
आयोग ने बताया कि अभी भी 1.8% मतदाताओं के दस्तावेज शेष हैं जिन्हें 1 सितंबर तक जमा कराया जा सकता है. दस्तावेजों का संग्रह बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) और स्वयंसेवकों के जरिए घर-घर जाकर किया जा रहा है, जबकि ईआरओ और एईआरओ लगातार उनका वेरीफिकेशन कर रहे हैं.
आयोग का कहना है कि दस्तावेज कलेक्शन का काम समय से पहले पूरा होने की दिशा में है, ठीक वैसे ही जैसे पहले फेज में हुआ था, जब 24 जून से 25 जुलाई के बीच फॉर्म भरवाए गए थे.
24 अगस्त को जारी प्रेस नोट के जरिए चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) अभियान के तहत अब तक 98.2% मतदाताओं के दस्तावेज प्राप्त हो चुके हैं. यह अभियान 24 जून से शुरू हुआ था और 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की गई थी.
इसके बाद 1 अगस्त से 1 सितंबर तक क्लेम, ऑब्जेक्शन और दस्तावेज जमा करने की प्रक्रिया जारी है. आयोग ने इस काम में लगे बिहार के सीईओ, सभी 38 जिलों के EROs, 2,976 AEROs, 60,712 BLOs, लाखों स्वयंसेवकों और 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना की.
बचे मतदाता 1 सितंबर तक जमा कर सकते हैं दस्तावेज
चुनाव आयोग ने बताया कि पिछले 60 दिनों में औसतन हर दिन 1.64% मतदाताओं ने दस्तावेज जमा किए हैं. अभी भी 1.8% मतदाताओं के दस्तावेज शेष हैं जिन्हें 1 सितंबर तक जमा कराया जा सकता है. BLOs और स्वयंसेवक लगातार घर-घर जाकर दस्तावेज इकट्ठा कर रहे हैं और EROs और AEROs द्वारा उनका वेरीफिकेशन भी किया जा रहा है.
7.24 करोड़ मतदाताओं की वोटर लिस्ट, नए मतदाता भी जुड़े ड्राफ्ट
24 जून को जब एसआईआर शुरू किया गया था, तब बिहार में 7.89 करोड़ रजिस्टर्ड मतदाता थे, जिनमें से 7.24 करोड़ मतदाताओं के एन्युमरेशन फॉर्म 25 जुलाई तक प्राप्त हुए थे. शेष 65 लाख मतदाताओं को बूथ लेवल के अधिकारियों द्वारा मृत, स्थानांतरित या एक से अधिक जगहों पर नामांकित होने के कारण सूची से हटा दिया गया था.
ड्राफ्ट लिस्ट में 7.24 करोड़ मतदाता शामिल हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक बिहार SIR में अब तक 0.16% क्लेम और ऑब्जेक्शन फार्म मिले हैं. वहीं, 3,28,847 नए मतदाताओं ने, जो 1 जुलाई तक 18 वर्ष पूरे कर चुके हैं या 1 अक्टूबर तक 18 वर्ष पूरे करेंगे, अपना फॉर्म-6 और घोषणा पत्र जमा कर दिया है.
चुनाव आयोग ने एक बयान में बताया कि दस्तावेजों के कलेक्शन का काम तय समय से काफी आगे चल रहा है, जैसा कि पहले फेज में भी हुआ था. पहले चरण में, 24 जून से 25 जुलाई के बीच एन्युमेरेशन फार्म कलेक्ट किए गए थे.
1 अगस्त को जारी ड्राफ्ट लिस्ट से छूट गए नए मतदाता (1 जुलाई तक 18 साल के हो चुके) और अन्य योग्य मतदाता भी 1 सितंबर तक अपने दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं.
25 सितंबर तक निपटारा, 30 सितंबर को फाइनल वोटर लिस्ट
चुनाव आयोग ने बिहार के सीईओ, सभी जिलों के डीईओ, 243 ईआरओ, 2,976 एईआरओ, 90,000 से अधिक बीएलओ और लाखों स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की है. बिहार के ईआरओ और असिस्टेंट ईआरओ सभी क्लेम और ऑब्जेक्शन फार्म की चेकिंग करेंगे और 25 सितंबर तक पात्रता दस्तावेजों का सत्यापन पूरा कर लेंगे. यह प्रक्रिया उन मतदाताओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो 2003 के बाद मतदाता सूची में शामिल हुए हैं, क्योंकि उनकी नागरिकता और पात्रता स्थापित करने के लिए अतिरिक्त दस्तावेजों की आवश्यकता होती है.
आयोग ने साफ किया है कि वोटर लिस्ट रिविजन प्रक्रिया तय समय पर पूरी होगी. सभी दावे और आपत्तियों का निपटारा 25 सितंबर तक कर लिया जाएगा और फाइनल वोटर लिस्ट 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित होगी.