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NCP Political Crisis: मुंबई में बुधवार को बुलाई गई एनसीपी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार, प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले (ANI Photo)
NCP Political Crisis, Sharad Pawar warns nephew Ajit : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर नियंत्रण करने की उप-मुख्यमंत्री अजित पवार की कोशिश बुधवार को पवार परिवार के बीच निजी वार-पलटवार तक जा पहुंची. अजित पवार ने अपने चाचा और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की उम्र का मजाक बनाया तो जवाब देने के लिए बुजुर्ग पवार की बेटी और अजित की चचेरी बहन सुप्रिया सुले सामने आ गईं. एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने अजित पवार से कहा, हमारा अपमान भले ही कर लो, लेकिन हमारे पिता का अपमान मत करो. इस बीच, शरद पवार ने भतीजे अजित को सावधान करते हुए कहा कि बीजेपी से हाथ मिलाने वाले सभी राजनीतिक दल अंत में तबाह हो जाते हैं, क्योंकि सहयोगियों की जड़ें काटना बीजेपी की नीति है.
2019 में इन्हीं बुजुर्ग को लड़ते-जीतते देखा है : सुप्रिया सुले
दरअसल, भाई-बहन के बीच ऐसे तीखे बयानों की नौबत अजित पवार के उस भाषण की वजह से आ गई, जो उन्होंने बुधवार को अपने समर्थकों के बीच दिया. अजित पवार ने अपने चाचा और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की उम्र का मजाक बनाते हुए कहा था कि “आईएएस अधिकारी 60 साल में रिटायर हो जाते हैं, बीजेपी नेता भी 75 साल में रिटायर हो जाते हैं…लेकिन आप 83 साल के हो गए, अब भी रुकेंगे नहीं?” अजित पवार की इस टिप्पणी का जवाब देते हुए सुप्रिया सुले ने कहा, “हमारा अपमान भले ही कर लो, लेकिन हमारे पिता का अपमान मत करो. मैंने 2019 के चुनाव में 83 साल के इन्हीं बुजुर्ग को लड़ते और जीतते देखा है..उम्र तो सिर्फ एक संख्या है.”
बीजेपी से हाथ मिलाने वाला हर दल तबाह हो जाता है : शरद पवार
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अजित पवार गुट को आगाह करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाने वाला हर सहयोगी दल ‘राजनीतिक तबाही’ का शिकार हो जाता है और उनका भी यही हश्र होगा. शरद पवार ने कहा, ‘‘ बीजेपी के साथ जिसने भी हाथ मिलाया और सत्ता में हिस्सेदारी की, वो आखिरकार राजनीतिक रूप से तबाह हो गया. अपने राजनीतिक सहयोगियों की जड़ें काटना बीजेपी की नीति है. दूसरे राज्यों में इसकी कई मिसालें हैं.’’ एनसीपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अकाली दल भी बीजेपी के साथ लंबे समय तक था लेकिन अब कहीं नहीं है. तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और बिहार में यही हालात हुए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका एहसास हो गया था, इसलिए उन्होंने आरजेडी के साथ गठबंधन कर लिया.’’ शरद पवार ने कहा, ‘‘अब जो लोग बीजेपी के साथ गए हैं, उन्हें ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि उनके साथ कुछ अलग होगा.’’
अगर चले गए हैं तो मेरी तस्वीर का इस्तेमाल क्यों : शरद पवार
पवार ने अजित पवार द्वारा बुलाई गई बैठक के मंच पर अपनी तस्वीर लगे होने पर भी एतराज जाहिर किया. उन्होंने कहा, ‘‘अगर वो उधर चले गए हैं तो मेरी तस्वीर का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं? मैं अपनी पार्टी का नाम और चुनाव निशान उनके हाथों में नहीं जाने दूंगा.’’ पवार ने कहा कि मेरी तस्वीर का इस्तेमाल करने वाले जानते हैं कि उनके पास कुछ और नहीं है. अजित पवार गुट द्वारा एनसीपी के चुनाव निशान पर दावा करने के लिए निर्वाचन आयोग को चिट्ठी भेजे जाने के मसले पर शरद पवार ने कहा कि वह किसी को भी पार्टी का चुनाव चिन्ह छीनने नहीं देंगे.
कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी कहा था : शरद पवार
पवार ने अपने भाषण में इस बात का जिक्र भी किया कि कुछ ही दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी बताया था. पवार ने कहा कि अजित पवार ने कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि इतने बरसों में ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा. लेकिन अब वे शिंदे के साथ चले गए हैं. पवार ने 1999 में एनसीपी के गठन के समय से अब तक जनता के साथ अपने जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आज हम भले ही सत्ता में न हों, लेकिन लोगों के दिलों में हैं.’’ शरद पवार की बुलाई बैठक में एनसीपी के करीब एक दर्जन विधायक ही पहुंचे थे. एनसीपी के कुल विधायकों की संख्या 53 है. अजित पवार गुट का दावा है कि इनमें से 40 विधायक उनके साथ हैं.