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रीता बहुगुणा जोशी को 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता तोड़ने का दोषी पाया गया है. (File Photo)
लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने प्रयागराज की बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी समेत 5 लोगों को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के एक पुराने मामले में दोषी करार दिया है. हालांकि इसके साथ ही अदालत ने इन सभी को 6 महीने के प्रोबेशन पर रिहा भी कर दिया है. रीता बहुगुणा समेत इन सभी दोषियों को 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता तोड़ने का कसूरवार पाया गया है. कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की पूर्व मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के साथ ही जिन 4 और लोगों को दोषी करार दिया है, उनके नाम हैं - मनोज चौरसिया, राम सिंह, संजय यादव और प्रभा श्रीवास्तव.
कोर्ट ने जोशी और अन्य सभी दोषियों को प्रोबेशन के दौरान अच्छा आचरण बनाए रखने का आदेश देते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी के पास 20-20 हजार रुपये के दो मुचलके जमा कराने का निर्देश दिया है. अदालत ने सभी दोषियों को अगले 30 दिनों के भीतर प्रोबेशन अधिकारी के सामने पेश होने को कहा है. 6 महीने की प्रोबेशन की अवधि प्रोबेशन अधिकारी के सामने पेश होने की तारीख से शुरू मानी जाएगी.
साल 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव का है मामला
कोर्ट ने सभी दोषियों को चेतावनी दी है कि अगर वे तय सीमा के भीतर प्रोबेशन अधिकारी के सामने पेश नहीं हुए, तो उन्हें फिर से अदालत में तलब करके सजा देने के मसले पर सुनवाई की जाएगी. इन सभी लोगों को चुनाव प्रचार का समय खत्म होने के बाद भी बजरंग नगर मोहल्ले में जनसभा को संबोधित करने का दोषी पाया गया है. इस मामले में रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ फरवरी 2012 में कृष्णा नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने मामले की जांच के बाद 17 जून 2012 को सभी दोषियों के खिलाफ चार्चशीट पेश की थी.
कांग्रेस से बीजेपी में आई हैं रीता बहुगुणा जोशी
उत्तर प्रदेश के दिग्गज राजनेता हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी रीता बहुगुणा जोशी 2012 में आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने के समय कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रही थीं. वे यूपी में कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष भी रहीं. लेकिन 2016 में वे सियासी पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गईं और पार्टी की राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं. रीता बहुगुणा जोशी के भाई विजय बहुगुणा उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री रहे हैं. वे भी बाद में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए.