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JP Nadda press conference: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. (PTI Photo)
BJP President Nadda attacks Opposition alliance: अगले साल होने वाली लोकसभा चुनाव की चुनावी जंग से पहले सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष अपनी-अपनी सियासी फौज सजाने में जुट गए हैं. कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष ने बेंगलुरु में 24 दलों का मजमा जुटाया, तो बीजेपी ने एनडीए में 38 दलों को शामिल करने का एलान कर दिया है. सोमवार को यह दावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्षी दलों की एकता पर तीखा हमला करने के दौरान किया. नड्डा ने विपक्षी एकता को भानुमति का कुनबा और स्वार्थ पर आधारित गठजोड़ बताते हुए कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का मकसद इससे बिलकुल अलग, देश की सेवा करना है.
एनडीए एक आदर्श गठबंधन : नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा कि एनडीए एक आदर्श गठबंधन है जो सत्ता के लिए नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करने और भारत को मबजूत करने के लिए बना है. उन्होंने दावा किया कि मंगलवार की शाम होने वाली एनडीए की बैठक में 38 दलों ने शामिल होने की पुष्टि की है. बीजेपी अध्यक्ष ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास न नेता है, न नीति और नीयत है और न ही निर्णय लेने की ताकत है.
#WATCH | National Democratic Alliance is an ideal alliance meant to serve and strengthen the country...UPA neither has a leader nor does it have the power to take decisions. It is an alliance based on selfish interests and is only for photo opportunities: BJP National President… pic.twitter.com/q1W4KeoUlT
— ANI (@ANI) July 17, 2023
विपक्षी गठजोड़ भानुमति का कुनबा : नड्डा
जेपी नड्डा ने विपक्षी दलों पर सियासी हमला करते हुए कहा, "यूपीए या विपक्षी एलायंस भानुमति का कुनबा है, जिसमें कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा लगा हुआ है. इनके पास न तो नेता है, न ही नीयत, न ही नीति है और न ही फैसला लेने की ताकत. यह सिर्फ फोटो ऑपर्च्युनिटी के लिए अच्छा है. लेकिन सच्चाई ये है कि स्वार्थ की राजनीति पर आधारित एकता की ये बुनियाद बहुत खोखली है. यह 10 साल के यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों का टोला है. 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले पर एक्शन न हो, उसके लिए यह एक टोले का जुड़ाव है. यह हमें समझ लेना चाहिए."
विपक्षी एकता को हल्के में नहीं ले रही बीजेपी
2024 के लोकसभा चुनाव में जहां एक तरफ विपक्षी दल साथ मिलकर चुनाव लड़ने की कोशिश में लगे हैं, वहीं 9 साल से सत्ता पर काबिज बीजेपी भी अपने नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) को फिर से सक्रिय करने की कोशिश में लगी है. इन कोशिशों के तहत उसे एनडीए के कुछ पुराने घटक दलों को फिर से साथ लाने में सफलता मिली है, तो कुछ नए दलों को इससे जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. हालांकि अब तक ये साफ नहीं है कि जेपी नड्डा ने मंगलवार की बैठक में जिन 38 दलों के शामिल होने का दावा किया है, वो कौन-कौन हैं, लेकिन बीजेपी के रुख से इतना तो जरूर दिख रहा है कि सत्ताधारी पार्टी 2024 में वापसी के तमाम आत्मविश्वास के बावजूद विपक्षी दलों की एकता के असर को हल्के में नहीं ले रही है.