/financial-express-hindi/media/post_banners/wSpGqmcOyO89bHPlwUy2.jpg)
दूसरी लिस्ट में इसमें सबसे महत्वपूर्ण नाम मुरैना से सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा का है, जिन्हें भितरवार से उम्मीदवार बनाया गया है. (PTI)
/financial-express-hindi/media/post_attachments/76XW2MjbS8dO72VzSDE5.jpg)
Madhya Pradesh Elections 2018: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी. इस सूची में 17 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. इसमें सबसे महत्वपूर्ण नाम मुरैना से सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा का है, जिन्हें भितरवार से उम्मीदवार बनाया गया है.
वरिष्ठ भाजपा नेता जेपी नड्डा के हस्ताक्षर से जारी भाजपा की दूसरी सूची में भितरवार से अनूप मिश्रा, कोलारस से वीरेंद्र रघुवंशी, बिजावर से पुष्पेंद्र नाथ पाठक, जबेरा से धर्मेद्र लोधी, अनूपपुर से रामलाल रौतेल, जबलपुर उत्तर से शरद जैन, जबलपुर पश्चिम से हरजीत सिंह बब्बू, बिछिया से शिवराज शाह, निवास से रामप्यारे कुलस्ते, मुलताई से राजा पंवार, बसौदा से लीना संजय जैन, कुरवाई से हरी सप्रे, ब्यावरा से नारायण पनवार, शुजालपुर से इंद्र सिंह परमार, पेटलावद से निर्मला भूरिया, उज्जैन दक्षिण से मोहन यादव और बडनगर से जितेंद्र पंड्या को उम्मीदवार बनाया गया है.
List of BJP candidates for ensuing General Election to the Legislative Assembly 2018 of Madhya Pradesh finalised by BJP CEC on 05 Nov 2018. pic.twitter.com/oQzcugOyIX
— BJP (@BJP4India) November 5, 2018
193 उम्मीदवारों की सूची जारी
इस सूची के साथ ही भाजपा ने 230 विधानसभा क्षेत्रों में से 193 के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. पहली सूची में 176 उम्मीदवार थे, और अब दूसरी सूची में 17 उम्मीदवारों के नाम हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस को भाजपा में और बगावत का इंतजार है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का तो कहना है कि गौर साहब के साथ पार्टी दुश्मनों से भी बुरा व्यवहार कर रही है.
टिकट के इंतजार में कई दिग्गज
भाजपा के तीन प्रमुख नेताओं -बाबू लाल गौर, सरताज सिंह और कृष्णा गौर- के तेवर आक्रामक है. तीनों ने इशारों-इशारों में चुनाव लड़ने की बात कही है, मगर कोई भी खुलकर यह नहीं कह रहा है कि वे क्या करेंगे.
बाबू लाल गौर का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भोपाल में कहकर गए थे कि उन्हें एक बार और टिकट दिया जाएगा, लिहाजा उन्हें भरोसा है कि पार्टी उन्हें उम्मीदवार बनाएगी. वह निर्दलीय किसी भी सूरत में चुनाव नहीं लड़ेंगे.
इसी तरह सरताज सिंह ने रविवार रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और अपना पक्ष रखा. सिंह का कहना है कि अगली सूची का इंतजार करना चाहिए. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री की बहू कृष्णा गौर का कहना है कि वह पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हैं और उन्हें सूची का इंतजार है. उन्हें भरोसा है कि पार्टी उनके साथ न्याय करेगी.