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30 मई 2023 की इस तस्वीर में ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक अन्य महिला पहलवानों के साथ हरिद्वार में गंगा के किनारे बैठी नजर आ रही हैं. देश की कई महिला पहलवानों ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. (File Photo : AP)
Congress attacks Modi Govt over Delhi Police stand on POCSO case: कांग्रेस ने बीजेपी सांसद और रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के मामले में दिल्ली पुलिस के रवैये को लेकर मोदी सरकार पर तीखे हमले किए हैं. कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी सरकार और उसके मंत्री-सांसद जिस तरह आरोपी बृजभूषण सिंह के साथ खड़े हैं, उससे तो लगता है कि बीजेपी का नारा बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ की जगह बेटी डराओ, बृजभूषण बचाओ हो गया है. यह बात कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को दिल्ली में कही. सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले में न सिर्फ दिल्ली पुलिस के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए, बल्कि सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा.
महिला पहलवानों ने लगाया है यौन शोषण का आरोप
दरअसल, यूपी के बाहुबली नेता कहे जाने वाले बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप देश की कई नामी महिला पहलवानों ने लगाए हैं. दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में अपनी चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है. लेकिन साथ ही उसने बीजेपी सांसद के खिलाफ POCSO का केस को बंद करने की सिफारिश भी की है. खबरों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने कहा है कि एक नाबालिग महिला पहलवान की शिकायत के आधार पर दर्ज POCSO के केस में उसे आरोप को साबित करने वाले कोई सबूत नहीं मिले, लिहाजा इस मामले में दर्ज एफआईआर रद्द कर दी जाए.
दिल्ली पुलिस ने बेशर्मी की सारी हदें पार कीं : कांग्रेस
कोर्ट में दिल्ली पुलिस की तरफ से चार्जशीट के साथ ही साथ बीजेपी सांसद के खिलाफ पॉक्सो केस बंद करने की सिफारिश किए जाने के बाद बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “थोड़ी देर पहले अमित शाह की दिल्ली पुलिस ने हजार पन्ने की एक चार्जशीट दायर की है, यौन शोषण के गंभीर आरोपों में घिरे हुए बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ - भाजपा के बाहुबली नेता, रेसलिंग फेडरेशन के चीफ, भाजपा के सांसद, अमित शाह की आंखों के तारे…इस एक हजार पन्ने की चार्जशीट में करीब 500 पन्ने में दिल्ली पुलिस ने बेशर्मी की हर हद पार करते हुए ये साबित किया है कि कैसे ये पॉक्सो का मामला नहीं है और पॉक्सो के मामले में अपनी एफआईआर का कैंसिलेशन कराने की सिफारिश करते हुए बृजभूषण शरण सिंह को क्लीन चिट दे दी है.”
पीड़ित के खिलाफ खड़ा हो गया सारा तंत्र : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता ने दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “एक अवयस्क लड़की, इतने बड़े आदमी के खिलाफ पॉक्सो की शिकायत दर्ज कराती है, यौन शोषण का आरोप लगाती है और फिर सारा तंत्र, सारी पुलिस, इस देश की सत्ता, देश की सरकार, सरकार के मंत्री, सरकार के सांसद मिलकर उस लड़की के खिलाफ खड़े हो जाते हैं. बृजभूषण शरण सिंह को संरक्षण दिया जाता है और लोग उस लड़की को गलत साबित करने पर तुल जाते हैं. सारा तंत्र एक तरफ हो जाता है. उसके बाद लड़की के पिता के हवाले से वो बयान वापस ले लिया जाता है. ये देश की जनता तय करे कि क्या ऐसा किसी प्रभाव के तहत किया गया? क्या सत्ता का दुरुपयोग किया गया? क्या सारा तंत्र एक आदमी को बचा रहा था?”
एक नाबालिग लड़की बृजभूषण शरण सिंह जैसे बड़े आदमी के खिलाफ POCSO की शिकायत दर्ज करती है, यौन शोषण का आरोप लगाती है।
— Congress (@INCIndia) June 15, 2023
इसके बाद सारा तंत्र, पुलिस, सरकार के मंत्री और सांसद मिलकर उस लड़की के खिलाफ खड़े हो जाते हैं और बृजभूषण शरण सिंह को संरक्षण दिया जाता है।
आज भारतीय जनता पार्टी का… pic.twitter.com/jhbCxM6V7N
नाबालिग लड़की एक तरफ, पूरा तंत्र दूसरी तरफ : कांग्रेस
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “अब एक बात साफ है. भाजपा का नारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ - वो अब है बेटी डराओ और ब्रजभूषण बचाओ…पूरी तौर पर यह बात अब साफ हो चुकी है…पॉक्सो का गंभीर आरोप जब किसी के खिलाफ लगता है, तो आरोपी को तुरंत हिरासत में लिया जाना चाहिए. लेकिन 45 दिन तक बृजभूषण शरण सिंह से पूछताछ तक नहीं करती दिल्ली पुलिस. दिल्ली पुलिस एफआईआर तब दर्ज करती है जब सुप्रीम कोर्ट हस्तक्षेप करता है. आरोपी एक बाहुबली है, उसको आजाद घूमने के लिए छोड़ दिया जाता है कि वो जाए और किसी भी गवाह को प्रभावित करे, किसी पीड़ित को डराए. वो मीडिया में इंटरव्यू देकर मेडल को 15-15 रुपये का बताता है, गुड टच और बैड टच की बातें करता है. अपनी शक्ति का प्रदर्शन रैलियों में करता है. लेकिन दिल्ली पुलिस 45 दिन तक इतने गंभीर आरोप से पूछताछ भी नहीं करती. एक अवयस्क लड़की एक तरफ और पूरा तंत्र दूसरी तरफ. क्या वो लड़ सकती है? क्या वो अपनी व्यथा को बता सकती है?”
चार्जशीट क्या भाजपा कार्यालय में लिखी गई है : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता ने देश के लोगों से अपील करते हुए कहा, “आपके घर में भी बेटियां हैं, आपके घर में भी बहनें हैं. पूरा तंत्र जुटा हुआ था. आज चार्जशीट फाइल हुई है. लेकिन खेलकूद के मंत्री ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि 15 तारीख तक चार्जशीट फाइल हो जाएगी. क्यों? उनको कैसे पता था? ये चार्जशीट दिल्ली पुलिस ने लिखी है या इसको लिखने का काम भाजपा के कार्यालय में किया गया है? और कौन है दूसरी तरफ? इस देश की वो बेटियां जिन्होंने आपका मान बढ़ाया. जिनके साथ फोटो खिंचाते वक्त थकते नहीं थे मोदी जी. जिनको अपने घर की लड़कियां बताते थे. 50 दिन से ऊपर हो गया, एक शब्द देश के प्रधानमंत्री से नहीं फूटा. … उन बेटियों का अपमान, उन बेटियों के चरित्र पर सवाल उठाने का काम भाजपा के लोगों ने, इनके इको-सिस्टम ने किया और मोदी जी चुप रहे और संरक्षण देते रहे.”
जिन बेटियों के साथ मोदी जी फोटो खिंचाते थकते नहीं थे, आज उनके खिलाफ पूरी ताकत झोंक दी।
— Congress (@INCIndia) June 15, 2023
मोदी सरकार ने हमेशा से आरोपियों और बलात्कारियों को संरक्षण देने का ही काम किया है।
BJP ने कुलदीप सिंह सेंगर, चिन्मयानंद कांड, लखीमपुर चीरहरण, उत्तराखण्ड की अंकिता, हाथरस की गुड़िया, इन सभी… pic.twitter.com/ggCVvzrBLK
बीजेपी पहले सेंगर और चिन्मयानंद के साथ भी खड़ी थी : कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ऐसे आरोपियों को बचाने का काम बीजेपी हमेशा से करती आई है. श्रीनेत ने कहा, “ये पहली बार नहीं हुआ है और ये अंतिम बार भी नहीं होगा. भाजपा हर बार आरोपी को, बलात्कारी को, जो यौन शोषण करता है, उसी को संरक्षण देती है. आपको याद है न कुलदीप सिंह सेंगर? याद है चिन्मयानंद? याद है लखीमपुर का चीरहरण? याद है आपको अंकिता उत्तराखंड की? याद है आपको हाथरस की गुड़िया? हर बार संरक्षण आरोपी को दिया जाता है, हर बार संरक्षण दरिंदे को दिया जाता है..हर बार बेटियों के खिलाफ खड़े होने का काम भाजपा, मोदी सरकार और खुद इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं.”
मजिस्ट्रेट के सामने हुआ बयान किन हालात में बदला गया : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “यह एक स्क्रिप्ट है. ये चिरपरिचित अंदाज में हर बार संरक्षण आरोपी का होगा, बचाया आरोपी को जाएगा, देश की बेटियों को भट्टी में झोंका जाएगा. हम आशा करते हैं और हमें विश्वास है कि इस देश की न्यायपालिका…इस देश के कोर्ट इसका संज्ञान लेंगे कि कैसे 164 का मजिस्ट्रेट के सामने हुआ बयान बदला गया? ये बदलाव उस दौर में किया गया जब आरोपी उन्मुक्त रूप से बाहर घूम रहा था. उसने क्या प्रभाव किसी पर डाला हमें नहीं पता. लेकिन दिल्ली पुलिस ने बिना वक्त गवांए, क्लीन चिट दे दी”.
न्यायपालिका से इंसाफ मिलने की उम्मीद : कांग्रेस
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार और पुलिस के इस रवैये के बावजूद उन्हें न्यायपालिका से इंसाफ मिलने की पूरी उम्मीद है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “फैसला अब इस देश को करना है. फैसला न्यायपालिका को करना है. हम आशा करते हैं और हमें विश्वास है कि कानून में, इस देश के न्यायालयों में, अभी न्याय जिंदा है और इन बेटियों को और खास तौर पर उस अवयस्क बेटी को जरूर न्याय मिलेगा. लेकिन सरकार से हर तरह की उम्मीद इस देश की बेटियां छोड़ दें, क्योंकि अगर सरकार के किसी नुमाइंदे के खिलाफ आप खड़े हैं, तो पूरी सरकार, पूरा तंत्र, निरंकुश पुलिस, इस देश की एजेंसियां, मंत्री और देश के प्रधानमंत्री तक आपको अपने खिलाफ खड़े मिलेंगे.”