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Brain Eating Amoeba: 'दिमाग खाने वाले' अमीबा ने अमेरिका में ली एक शख्स की जान, नल के पानी से हुए इस इंफेक्शन के बारे में हर जरूरी बात

Brain-Eating Amoeba Kills US Man : अमेरिका में नल के पानी से नाक साफ करने पर एक शख्स ब्रेन इटिंग अमीबा यानी दिमाग खाने वाले दुर्लभ अमीबा के चपेट में आया था.

Brain-Eating Amoeba Kills US Man : अमेरिका में नल के पानी से नाक साफ करने पर एक शख्स ब्रेन इटिंग अमीबा यानी दिमाग खाने वाले दुर्लभ अमीबा के चपेट में आया था.

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FE Hindi Desk
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पिछले साल दिसंबर में थाइलैंड से लौटे एक दक्षिण कोरियाई शख्स की 'ब्रेन ईटिंग' अमीबा के चपेट में आने से मौत हो गई थी.

Brain-Eating Amoeba Kills US Man : हाल ही में एक बेहद हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. अमेरिका के फ्लोरिडा में एक दुर्लभ अमीबा की चपेट में आने से एक शख्स की जान चली गई. फ्लोरिडा के चार्लोट काउंटी (Florida’s Charlotte County) में 'दिमाग खाने वाले' अमीबा यानी ब्रेन इटिंग अमीबा की चपेट में आने के बाद मरीज की मौत हुई. फ्लोरिडा के हेल्थ डिपार्टमेंट ने इस बारे में जानकारी दी है. फ्लोरिडा के हेल्थ डिपार्टमेंट ने आधिकारिक तौर पर बताया कि नल के पानी से नाक साफ करने के कारण शख्स ब्रेन इटिंग अमीबा की चपेट में आया था. इससे पहले, भी इस दुर्लभ अमीबा के चलते जान जा चुकी है. दिसंबर 2022 में थाइलैंड से लौटे एक दक्षिण कोरियाई शख्स की 'ब्रेन ईटिंग' अमीबा के चपेट में आने से मौत हो गई थी.

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गरम पानी में पाया जाता है ब्रेन इटिंग अमीबा

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ब्रेन इटिंग अमीबा को नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria fowleri) के नाम से भी जाना जाता है. नंगी आंखों से न दिखाई देने वाले ब्रेन इटिंग अमीबा के पास अपना आकार बदलने की क्षमता है. यह दुर्लभ 'ब्रेन-ईटिंग' अमीबा एक बैक्टीरिया-खाने वाला सूक्ष्मजीव है जो लोगों में बीमारियां फैला सकता है. यह एक अत्यंत दुर्लभ, अचानक फैलने वाला जीव जानलेवा भी साबित हो सकता है.

ब्रेन इटिंग अमीबा की चपेट में आने के बाद आमतौर पर ब्रेन गंभीर रूप प्रभावित होता है. जिसे नेगलेरियासिस (Naegleriasis) या प्राइमरी अमीबिक मेनिंजिओइंसेफिलाइटिस (primary amoebic meningoencephalitis-PAM) कहा जाता है. ब्रेन-ईटिंग 'अमीबा इंडस्ट्री या पावर प्लांट, जिओथर्मल वार्म वाटर, क्लोरीन से लैस स्विमिंग पूल, वाटर हिटर और अन्य जगहों से निकलकर नदी, तालाब, झील जैसे गर्म पानी और नल से निकलने वाले पानी में हो सकता है.

ब्रेन इटिंग अमीबा का सक्रमण अत्यंत दुर्लभ

'ब्रेन-ईटिंग' अमीबा अक्सर गरम पानी में पाया जाता है, यह लोगों के संपर्क में तब आ सकता है जब वे अपनी नाक को इस दुर्लभ अमीबा से दूषित पानी से साफ करते हैं. अमीबा नाक के माध्यम से शरीर के भीतरी हिस्सो में पहुंचता है, ब्रेन में पहुंचने के बाद ये अमीबा उसको नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है. फ्लोरिडा हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक इस अमीबा का संक्रमण कभी-कभार देखने को मिलता है. डिपार्टमेंट ने कहा कि नेगलेरिया फाउलेरी अमीबा का संक्रमण अत्यंत दुर्लभ है और यह तभी हो सकता है जब अमीबा से दूषित पानी नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है.

ब्रेन इटिंग अमीबा के चपेट में आने के बाद दिखते हैं ये लक्षण

ब्रेन इटिंग अमीबा की चपेट में आने के बाद शख्स को सिरदर्द, बुखार, उल्टी, बोलने में कठिनाई और गर्दन में अकड़न जैसे कई शिकायत होने लगती है. CDC का कहना है कि यह रोग तेजी से बढ़ता है और आमतौर पर लक्षण शुरू होने के पांच दिनों के भीतर मौत का कारण बनता है. बाद के लक्षणों में कठोर गर्दन, भ्रम, दौरे, मतिभ्रम और कोमा शामिल हो सकते हैं.

ये है इलाज

सीडीसी के अनुसार, पीएएम का इलाज दवाओं के संयोजन के साथ किया जाता है, जिसमें अक्सर एम्फ़ोटेरिसिन बी, एज़िथ्रोमाइसिन, फ्लुकोनाज़ोल, रिफैम्पिन, मिल्टेफोसिन और डेक्सामेथासोन शामिल होते हैं. हालांकि अभी तक ब्रेन इटिंग अमीबा से संक्रमित शख्स के निदान के लिए सटीक उपचार उपलब्ध नहीं है.