scorecardresearch

बजट 2020: इंश्योरेंस सेक्टर में बढ़ सकती है FDI की सीमा, बीमा की पहुंच बढ़ाने में मिलेगी मदद

इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इसे बढ़ाकर 74 फीसदी किया जा सकता है.

इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इसे बढ़ाकर 74 फीसदी किया जा सकता है.

author-image
FE Online
एडिट
New Update
बजट 2020: इंश्योरेंस सेक्टर में बढ़ सकती है FDI की सीमा, बीमा की पहुंच बढ़ाने में मिलेगी मदद

इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इसे बढ़ाकर 74 फीसदी किया जा सकता है.

budget 2020 expectations FDI limit may increase in insurance sector will policyholders benefit इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इसे बढ़ाकर 74 फीसदी किया जा सकता है.

Union Budget 2020: 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती के बीच बजट में कई बड़े एलान होने की उम्मीद की जा रही है. लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री की भी बजट से काफी ज्यादा उम्मीदें हैं. कुछ इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स इंश्योरेंस सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की ऊपरी सीमा बढ़ाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं. वर्तमान में इंश्योरेंस में FDI की ऊपरी सीमा 49 फीसदी है. इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इसे बढ़ाकर 74 फीसदी किया जा सकता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

Advertisment

इससे पहले केवल इंश्योरेंस इंटरमीडियरीज को राहत दी गई थी, जिनके लिए FDI सीमा 100 फीसदी तक जा सकती है. Probus इंश्योरेंस ब्रोकर के डायरेक्टर राकेश गोयल ने कहा कि आने वाले बजट में FDI सीमा में इजाफा हो सकता है क्योंकि इंश्योरेंस सेक्टर में FDI में राहत साल 2015 में दी गई थी, जब यह 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी किया गया था. इसलिए सरकार लाइफ इंश्योरेंस में FDI को बढ़ा सकती है, जिससे दूसरी निजी कंपनियां भी इस सेक्टर में उतरेंगी.

क्या बीमाधारकों को होगा फायदा ?

इससे बीमाधारकों को फायदा तुरंत और सीधे नहीं मिलेगा. विदेश से निवेश आने से टेक्नोलॉजी में सुधार होगा और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल भी बेहतर होंगे. गोयल ने कहा कि बीमाधारकों को नए उत्पाद और बेहतर कस्टमर एक्सपीरियंस के तौर पर फायदा होगा. FDI के बढ़ने से भारत में इंश्योरेंस की पहुंच बढ़ेगी और ज्यादा लोग इससे जुड़ेंगे. इंश्योरेंस सेक्टर में निवेश के लिए कंपनियों को ज्यादा पैसा लगाना पड़ता है और रिटर्न मिलने से पहले कंपनियों को कुछ साल तक बड़े फंड का निवेश करना पड़ता है. इसमें नए और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स को कंपनी और बीमाधारक के लिए नतीजा देने के लिए लंबा समय लगता है.

बजट 2020: मिडिल क्लास की वित्त मंत्री से उम्मीदें, क्या इनकम टैक्स में मिलेगी राहत?

सेक्शन 80C की सीमा में इजाफा होने की भी उम्मीद

इंडस्ट्री को इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C की सीमा में इजाफा होने की भी उम्मीद है जिससे इंश्योरेंस सेक्टर को तेजी मिलेगी. वर्तमान में सेक्शन 80C के भीतर सालाना 1.5 लाख रुपये तक की सीमा है जिसमें इंश्योरेंस प्रीमियम और PPF, NSC, ELSS आदि में निवेश आदि भी शामिल है. गोयल ने कहा कि बीमा सेक्टर टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी पर जीएसटी में कटौती और 80C की सीमा में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहा है जिससे लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनने के लिए ज्यादा लोग आकर्षित होंगे.

(स्टोरी: सुनील धवन)

Insurance Sector Nirmala Sitharaman Budget Session