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सीबीएसई ने 12वीं क्लास के टर्म -1 बोर्ड परीक्षा के दौरान ही मूल्यांकन के तरीकों (Evaluation System) में बदलाव कर दिया है. अब OMR शीट सीधे डिजिटली मूल्यांकन के लिए जाएंगीं. पहले स्कूलों को निर्देश दिया गया था कि संबंधित स्कूल एग्जाम हॉल में इंटरनल और एक्सटर्नल Evaluators की मौजूदगी में OMR शीट की जांच हाथ से करेंगे. इसके बाद यह OMR शीट डिजिटली चेकिंग के लिए जाएंगीं. लेकिन बोर्ड ने अब यह नियम हटा दिया है और कहा है कि गुरुवार से OMR शीट की जांच हाथ से नहीं होगी और यह सीधे डिजिटल Evaluate होने के लिए जाएंगीं. सीबीएसई ने इसी साल से बोर्ड परीक्षा के लिए OMR शीट सिस्टम शुरू किया है.
परीक्षा के दौरान बोर्ड ने बार-बार बदले नियम
बोर्ड ने एग्जाम सुपरिटेंडेंट्स को लिखे पत्र में कहा है कि वे परीक्षा खत्म होने के पंद्रह मिनट के भीतर OMR शीट को एक्सटर्नल ऑब्जर्वर की मौजूदगी में पैक और सील कर दें. इसके बाद ये शीट सीधे सीबीएसई के रीजनल दफ्तर को डिस्पैच कर दी जाएंगीं. हालांकि मिड-टर्म परीक्षा शुरू होने के बाद सीबीएसई के लगातार निर्देशों से स्कूलों और परीक्षार्थियों के बीच कई बार भ्रम की स्थिति पैदा हुई है. सीबीएसई ने परीक्षाओं के बीच ही कई बार अपने फैसले बदले हैं. इससे पहले बोर्ड ने एग्जाम सेंटर वाले स्कूल के टीचर्स को OMR शीट के मूल्यांकन की इजाजत दी थी लेकिन बाद में कहा कि ये शीट एक्सटर्नल Evaluator जांचेंगे.
बोर्ड ने कहा था, कदाचार रहित परीक्षा कराना सेंटर सुपरिटेंडेंट की जिम्मेदारी
बोर्ड परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए सीबीएसई ने सेंटर सुपरिटेंडेंट कहा था कि अच्छी तरह परीक्षा करना उनकी जिम्मेदारी होगी. अगर परीक्षा के दौरान किसी तरह का कदाचार हुआ तो सेंटर सुपरिटेंडेंट और बोर्ड से संबंधित स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.