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जीडीपी के आंकड़ों पर सुब्रमण्यम ने कहा कि इससे सरकार के पिछले साल लगाए गए ‘V’ आकार की रिकवरी के अनुमान की पुष्टि होती है.
भारत की आर्थिक बुनियाद काफी मजबूत है और संरचनात्मक सुधारों, सरकारी capex पर जोर और टीकाकरण की तेज रफ्तार के बल पर देश मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है. मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) के वी सुब्रमण्यम (KV Subramanian) ने यह राय जताई है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों पर सुब्रमण्यम ने कहा कि इससे सरकार के पिछले साल लगाए गए ‘V’ आकार की रिकवरी के अनुमान की पुष्टि होती है.
मुद्रास्फीति 5-6 फीसदी के बीच रहेगी: सुब्रमण्यम
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 20.1 फीसदी रही है. पिछले साल के कम बेस इफेक्ट की वजह से यह वृद्धि दर हासिल हो पाई है. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कोविड-19 महामारी के असर की वजह से सकल घरेलू उत्पाद में 24.4 फीसदी की बड़ी गिरावट आई थी. मुद्रास्फीति पर सुब्रमण्यम ने कहा कि पिछले महीने की तुलना में जुलाई में इसमें कमी आई है.
सुब्रमण्यम ने कहा कि उनका अनुमान है कि अगले कुछ महीनों के दौरान मुद्रास्फीति 5-6 फीसदी के बीच रहेगी. वैश्विक स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद यह छह फीसदी से कम रहेगी.
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