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Diwali Celebration 2022: इस दिवाली को बनाएं और ज्‍यादा Happy, लेकिन सुरक्षा का रखें ध्‍यान, ये 5 टिप्‍स आएंगी काम

दिवाली भारत और सनातन संस्कृति के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. दिवाली को दीपावली भी कहा जाता है.

दिवाली भारत और सनातन संस्कृति के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. दिवाली को दीपावली भी कहा जाता है.

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FE Hindi Desk
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आसान से 5 सेफ्टी टिप्स को अपनाकर अपने परिवार को दें खुशियों के साथ ही सुरक्षा वाली दिवाली.

Diwali Celebration 2022: आज देशभर में दिवाली धूमधाम से मनाई जा रही है. यह महापर्व सुख, समृद्धि और रोशनी का प्रतीक माना जाता है. यह रोशनी का त्योहार सबके साथ खुशियां बांटने वाला है. लेकिन ध्‍यान रहे कि इस मौके पर आपकी कुछ लापरवाही मुसीबत की भी वजह बन सकती है. इसलिए हमें इस उमंग के मौक्‍के पर न सिर्फ अपना या अपने परिवार, बल्कि दूसरे की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखने की जरूरत होती है. इस पर्व पर कुछ सावधानियां रखना बहुत जरूरी है. आज हम आपको 5 ऐसी बातें बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप दिवाली की खुशियों को बढ़ा सकते हैं.

दिवाली की सफाई के दौरान रखें अपना ध्यान

दिवाली फेस्टिव के आते ही सबसे पहले घरों, दुकानों और ऑफिसों की सफाई शुरू हो जाती है. लोग अपने घरों, दुकानों में कलर कराते हैं. ऐसे में कई बार साफ-सफाई के दौरान उड़ने वाली धूल आपको बीमार कर सकती है, क्योंकि कोविड पेंडमिक के दौरान हर घर में एक न एक मेंबर कोरोना संक्रमित हुआ है और कोविड के इंफेक्शन की वजह से उनके फेफड़ों की काम करने की क्षमता स्वास्थ्य व्यक्ति के मुकाबले में काफी कम हो जाती है. इसलिए सफाई के दौरान मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.

खरीदारी करते समय रहे अलर्ट

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फेस्टिव सीजन को खरीदारी के लिहाज से बहुत ही अच्छा समय माना जाता है, क्योंकि इस दौरान रिटेल और ई-कॉमर्स की कई कंपनियां कस्टमर्स के लिए भारी डिस्काउंट और कैशबैक ऑफर कर रही है. इन ऑफर्स के चक्कर में कई बार आप बिना जरूरत वाली चीजें भी खरीद लेते हैं, जिससे आपका बजट गड़बड़ा सकता है. इसलिए खरीदारी करते समय जल्दबाजी करने से बचना चाहिए, क्योंकि आपकी जल्दबाजी आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है.

आंखों की सुरक्षा है खास

दिवाली में पटाखों को लेकर बरती गई लापरवाही के कारण सबसे ज्‍यादा प्रभावित होने वाले अंगों में आंखे भी शामिल हैं. पटाखों से लगने वाली चोट आंखों में घाव, रक्त के थक्के बनने या पुतली को भी नुकसान पहुंचा सकती है. पटाखों के नजदीक से फटने से आंखों की रोशनी भी खराब हो सकती है. इसलिए पहले तो आतिशबाजी से बचें. लेकिन आपके अलग बगल लोग पटाखे जला रहे हैं तो आतिशबाजी वाले क्षेत्र से सभी ज्वलनशील चीजों को हटा लें. सुरक्षा देने वाले चश्मे पहनें. आंख में खुजली, जलन होने या चोट लगने पर तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें.

खाने पीने का रखें ध्यान

दिवाली पांच दिनों तक चलने वाले त्योहारों का एक ग्रुप फेस्टिवल है, जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज के साथ संपन्न होता है. इन दिनों में घरों में अधिकतर पकवान बनाए जाते हैं. पकवान आम दिनों में बनने वाले खाने के मुकाबले ज्यादा ऑयली और मसालेदार होता है, जिसका ज्यादा सेवन आपकी सेहत को गड़बड़ा सकता है. इसलिए ज्यादा ऑयली व मसालेदार खाना खाते समय सेहत का ध्यान में रखें.

वायु और ध्‍वनि प्रदूषण से करें बचाव

हर साल दिवाली के मौके पर पटाखे जलाए जाते हैं. इन पटाखों से न सिर्फ तेज आवाज होती है, बल्कि इस दौरान बड़ी संख्या में वायु प्रदूषण भी होता है. पटाखों की तेज आवाज बुजुर्गों, बच्चों और हार्ट की बीमारी वाले लोगों के लिए बहुत खतरनाक होती है. इसके साथ ही फेफड़ों या सांस से जुड़ी बीमारियों से मरीजों के लिए एयर पॉल्यूशन जहर का काम करता है. इसलिए दिवाली पर दीये और ग्रीन पटाखे जलाकर अपनी और आसपास के लोगों की दिवाली को और हैप्पी बनाएं. 

बच्चो का रखें विशेष ध्यान

दिवाली पर बच्चों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है. उन्‍हें ज्‍यादा आवाज वाले पटाखों के आस पास न जानें दें. कोशिश करें कि सिर्फ ग्रीन पटाखे ही घर में आएं. उनके साथ भी बच्‍चें को अकेले न छोड़ें. ज्‍यादा रोशनी या आवाज वाले पटाखों से बच्‍चों को दूर रखें.

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