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"The Delhi healthcare system is proceeding with vaccination at a good pace. The vaccination in 18-44 age group has declined owing to 144 centres being shut due to unavailability of Covaxin," she said.
देश में तमाम राज्य कोरोना वायरस वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं. ऐसे में केंद्र ने गुरुवार को कहा कि अगस्त और दिसंबर के बीच पांच महीनों में दो अरब से ज्यादा डोज को देश में उपलब्ध कराया जाएगा, जो पूरी आबादी का टीकाकरण करने में पर्याप्त होंगी. नीति आयोग में सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने यह भी कहा कि रूसी एंटी कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी के अगले हफ्ते तक उपलब्ध होने की उम्मीद है.
बड़ी मांग के आगे घरेलू सप्लाई कम पड़ रही है, इस बीच कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जिनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना शामिल हैं, उन्होंने एंटी-कोरोना वायरस शॉट को खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करने का फैसला किया है.
कमी की बात को मानते हुए, पॉल ने कहा कि वैक्सीन महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इनका उत्पादन करने और इन्हें उपलब्ध करने में भी समय लगता है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम एक ऐसे समय से गुजर रहे हैं, जब सप्लाई सीमित है. उन्होंने कहा कि इसलिए हमने प्राथमिकता दी है. इसलिए भारत सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीन दी जा रही हैं. उनका फोकस संवेदनशील आयु समूहों पर है. हमें इसे ध्यान में रखने की जरूरत है.
अगले साल की पहली तिमाही तक बढ़ाकर तीन अरब किए जाने की उम्मीद
हालांकि, अफसर ने कहा कि साल के आखिर तक, देश में पूरी आबादी का टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त वैक्सीन डोज होंगी. पॉल ने कहा कि देश में पांच महीनों (अगस्त से दिसंबर) में दो अरब डोज से ज्यादा बनाई जाएंगी, जो भारत और भारत के लोगों के लिए होंगी. उन्होंने आगे कहा कि संख्या को अगले साल की पहली तिमाही तक बढ़ाकर तीन अरब किए जाने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि अगस्त और दिसंबर के बीच अनुमानित 216 करोड़ डोज का उत्पादन किए जाने की उम्मीद है, जिसमें कोविशील्ड की 75 करोड़ डोज और कोवैक्सीन की 55 करोड़ डोज शामिल हैं.