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Chhattisgarh election 2023 : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान के लिए धमतरी जिले में EVM और दूसरी जरूरी चीजें लेकर चुनाव ड्यूटी पर जाते मतदानकर्मी. (PTI Photo)
Chhattisgarh assembly election 2023: 2nd phase of poll on 70 seats: छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 70 सीटों पर दूसरे और अंतिम चरण का मतदान कल यानी शुक्रवार को होगा. राज्य की 20 विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को ही वोट डाले जा चुके हैं. शुक्रवार को होने वाले चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव समेत राज्य के 8 मंत्रियों और 4 सांसदों सहित 958 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को होने वाले मतदान के लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कुछ नक्सल प्रभावित बूथों को छोड़कर बाकी ज्यादातर जगहों पर मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगा.
कांग्रेस-बीजेपी में मुख्य मुकाबला
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार सत्ताधारी कांग्रेस कुल 90 में से 75 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है, जबकि भाजपा भी राज्य की सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगा रही है. भाजपा और कांग्रेस ने दूसरे चरण की सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) भी 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इनके अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के 62, हमर राज पार्टी के 33, बहुजन समाज पार्टी के 43 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 26 उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी ने 2003 से 2018 तक लगातार 15 साल छत्तीसगढ़ में राज किया है. 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य की 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि बीजेपी महज 15 सीटों पर सिमट गई थी. उस चुनाव में जेसीसी (जे) को 5 और बसपा को 2 सीटें मिली थी.
रायपुर शहर पश्चिम सीट पर सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार
राज्य के अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में 70 सीटों पर 1,63,14,479 मतदाता कुल 958 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. इनमें 827 पुरुष और 130 महिलाओं के अलावा थर्ड जेंडर का एक उम्मीदवार भी शामिल है. दूसरे चरण में वोट डालने के लिए रजिस्टर्ड मतदाताओं में 81,41,624 पुरुष, 81,72,171 महिलाएं और 684 थर्ड जेंटर के वोटर हैं. जिन सीटों पर शुक्रवार को चुनाव होने हैं, उनमें सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार रायपुर शहर पश्चिम सीट पर हैं, जबकि सबसे कम 4 उम्मीदवार डौंडीलोहारा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
ज्यादातर जगहों पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान
राज्य की अधिकांश जगहों पर मतदान का समय सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक रखा गया है, लेकिन राजिम जिले की नक्सल प्रभावित बिंद्रानवागढ़ सीट के 9 मतदान केंद्रों : कामरभौदी, आमामोरा, ओढ, बड़े गोबरा, गंवरगांव, गरीबा, नागेश, सहबीनकछार और कोदोमाली में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही मतदान होगा. दूसरे चरण के लिए कुल 18,833 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 700 संगवारी बूथ हैं, जिनका प्रबंधन महिला कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा.
इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
शुक्रवार के मतदान में जिन दिग्गज नेताओं की किस्मत का फैसला आम जनता के वोटों से होगा, उनमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (पाटन), राज्य विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत (सक्ती), उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (अंबिकापुर), गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (दुर्ग ग्रामीण) और रवींद्र चौबे (साजा) समेत राज्य के 8 मंत्री शामिल हैं. बीजेपी के जो बड़े नेता शुक्रवार के चुनाव में जोर-आजमाइश कर रहे हैं, उनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव (लोरमी), नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (जांजगीर-चांपा), मोदी सरकार में जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह (भरतपुर-सोनहत-एसटी), सांसद गोमती साय (पत्थलगांव-एसटी), वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), अजय चंद्राकर (कुरुद) और पुन्नूलाल मोहिले (मुंगेली) प्रमुख हैं.
मुख्यमंत्री बघेल अपनी पारंपरिक पाटन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहां भाजपा ने उनके दूर के भतीजे और पार्टी के सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के पाटन से मैदान में उतरने से मुकाबले में एक नया मोड़ आ गया है. अंबिकापुर में टीएस सिंह देव के खिलाफ भाजपा ने नए चेहरे राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है. अग्रवाल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.
17 सीटें ST और 9 सीटें SC के लिए रिजर्व
राज्य के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 44 सीटें सामान्य है जबकि 17 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए और 9 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं. प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इन 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 51 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को 4 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 2 सीटों पर जीत मिली थी. बाद में कांग्रेस ने उपचुनाव में एक और सीट जीत ली थी.
कांग्रेस के प्रचार में बघेल के साथ उतरे खरगे, राहुल और प्रियंका
राज्य में इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री बघेल ने सत्ताधारी दल के लिए अभियान का नेतृत्व किया. इन नेताओं ने दावा किया कि उनकी पार्टी गरीबों के हित के बारे में सोचती है जबकि भाजपा के नेतृत्व वाला केंद्र केवल अमीरों के कल्याण के लिए काम करता है. कांग्रेस ने अपने अभियान को किसानों, महिलाओं, आदिवासियों और दलितों के लिए बघेल सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की तारीफ की तथाकथित "उद्योगपति मित्रों" को संसाधन "सौंपने" के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र पर भी हमला बोला. कांग्रेस ने कर्ज माफी के वादे के साथ किसानों को लुभाने की कोशिश की. पार्टी ने सरकार बनने के साथ ही जाति जनगणना का वादा किया है. कांग्रेस लगातार ओबीसी समुदाय को साधने की कोशिश करती रही.
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पीएम मोदी ने किया बीजेपी के चुनाव प्रचार का नेतृत्व
भारतीय जनता पार्टी के चुनाव अभियान का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया और दूसरे चरण से पहले उन्होंने चार बड़ी रैलियों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राज्य सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भ्रष्टाचार, विशेष रूप से कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले, लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले और नक्सलवाद को लेकर निशाना साधा. उन्होंने राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया. भाजपा की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी ने भी बड़े पैमाने पर प्रचार किया.
केजरीवाल, मायावती ने भी किया प्रचार
राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. राज्य की 20 सीटों पर पहले चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ था, जिसमें 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.