/financial-express-hindi/media/post_banners/70RGqFDZ9WqB2WlBWv6d.jpg)
चीनी हैकिंग ग्रुप APT10 ने भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चैन सॉफ्टवेयर में कुछ खामियों की पहचान की है.
प्रतिद्वंद्वी चीन और भारत दोनों ने बहुत से देशों को कोविड-19 वैक्सीन बेची या तोहफे में दी है. भारत दुनिया में बिकने वाली सभी वैक्सीन का 60 फीसदी से ज्यादा उत्पादन करता है. Goldman Sachs द्वारा समर्थित कंपनी Cyfirma जो सिंगापुर और टोक्यो में आधारित है, उसने कहा कि चीनी हैकिंग ग्रुप APT10, जो Stone Panda के नाम से भी जाना जाता है, ने भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चैन सॉफ्टवेयर में कुछ खामियों की पहचान की है.
गैर-कानूनी तौर पर डेटा चुराना मससद
Cyfirma के चीफ एग्जीक्यूटिव कुमार रितेश, जो ब्रिटिश फॉरेन इंटेलिजेंस एजेंसी MI6 के साथ टॉप साइबर अधिकारी रह चुके हैं, उन्होंने कहा कि यहां असली मकसद गैर-कानूनी तौर पर इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी को हटाना और भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनियों के खिलाफ लाभ लेना है.
उन्होंने कहा कि APT10 SII को निशाना बना रहा है, जो कंपनी बहुत से देशों के लिए AstraZeneca वैक्सीन बना रही है और जल्द ही Novavax शॉट का मैन्युफैक्चरिंग जल्द शुरू करेगी. रितेश ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट के मामले में, उन्हें कई पब्लिक सर्वर मिले हैं, जो कमजोर वेब सर्वर हैं, ये संवेदनशील वेब सर्वर हैं. उन्होंने कमजोर वेब ऐप्लीकेशन के बारे में बोला है, वे कमजोर मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में भी बात कर रहे हैं. यह चेतावनी देने वाला है.
फरवरी में GST कलेक्शन लगातार पांचवें महीने 1 लाख करोड़ रु के पार, जनवरी के मुकाबले गिरावट
CERT को मिली सूचना
चीन के विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया देने की प्रार्थना पर कोई जवाब नहीं दिया. SII और भारत बायोटेक ने प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है. इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT) के दफ्तर के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि मामले को उसके ऑपरेशंस डायरेक्टर एस एस सरमा को सौंप दिया गया है. सरमा ने रॉयटर्स को बताया कि CERT एक कानूनी एजेंसी है और वे इस चीज की मीडिया को पुष्टि नहीं कर सकते हैं.
Cyfirma ने एक बयान में कहा कि उसने CERT अथॉरिटीज को इसके बारे में सूचित कर दिया है और उन्होंने खतरे को स्वीकार किया है.