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Power consumption started declining from March onwards due to fewer economic activities in the country.
कोल इंडिया (Coal India) ने अपने कर्मियों को दिवाली से पहले ही सौगात दी है. कोल इंडिया ने शुक्रवार को अपने कर्मियों को परफॉर्मेंस लिंक्ड रिवार्ड (PLR) देने की घोषणा की है. कंपनी की घोषणा के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019-20 में उसके साथ जुड़े हुए सभी नॉन-एग्जीक्यूटिव कैडर वर्कफोर्स को 68500 रुपये प्रति इम्प्लाई का पीएलआर मिलेगा. इस पर कंपनी का 1700 करोड़ से अधिक खर्च होगा. कोल इंडिया के बयान के मुताबिक, यह पीएलआर 2019-20 में कर्मियों की उपस्थिति के आधार (Pro Rata Basis) पर मिलेगा. यह राशि उन्हें 22 अक्टूबर तक भेज दी जाएगी.
2.62 लाख कर्मियों को मिलेगा PLR का फायदा
कोल इंडिया की इस घोषणा का फायदा मु्ख्य कंपनी और उसकी आठ सहायक कंपनियों के 2.62 लाख कर्मियों को मिलेगा. यह उन कर्मियों को मिलेगा जो 2019-20 में कंपनी से जुड़े हुए थे. कंपनी ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब कोरोना महामारी का असर पूरी अर्थव्यवस्था पर पड़ा है और कंपनी के कोयले की बिक्री पर भी असर हुआ है. इसके अलावा कंपनी ने कोरोना महामारी के दौर में उससे पिछले साल में दिए गए पीएलआर के मुकाबले 5.87 फीसदी की बढ़ोतरी की है. उसके पिछले साल कंपनी ने पीएलआर के तौर पर 64,700 रुपये दिए थे.
न्यूनतम 30 कार्यदिवस पूरा करने पर PLR
कंपनी की घोषणा के मुताबिक 2019-20 में जिन नॉन-एग्जेक्यूटिव एंप्लाईजने कम से कम 30 कार्यदिवस पूरे किए हैं, उन्हें ही पीएलआर प्रो-राटा बेसिस पर मिलेगा. प्रो राटा बेसिस का मतलब हुआ कि उन्होंने जितने कार्य किया है, उसी के आधार पर पीएलआर मिलेगा. कंपनी ने यह फैसला जॉइंट बाइ-पार्टी कमेटी ऑफ कोल इंडस्ट्री के स्टैंडर्डाइजेशन की 10वीं बैठक में यह फैसला लिया था. यह बैठक कोल इंडिया के मैनेजमेंट और सेंट्रल ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों के बीच रांची में हुई थी.
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घरेलू कोल उत्पादन का 80% कोल इंडिया
कंपनी के एक सीनियर एग्जेक्यूटिव ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे सभी को फायदा मिलेगा और त्योहारी सत्र से पहले किए गए इस भुगतान से कंपनी के कर्मचारियों का उत्साह बढ़ेगा जिससे कंपनी का भी प्रदर्शन बढ़ेगा. कोल इंडिया इस समय घरेलू कोल उत्पादन का 80 फीसदी अकेले उत्पादित करती है.