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Alert! कोरोना के चलते रेलवे का बड़ा फैसला, 20 मार्च आधी रात से रेल टिकट पर रद्द हो जाएंगी रियायतें

हालांकि रेल टिकट पर मरीजों, छात्रों और दिव्यांगजनों को रियायत मिलती रहेगी.

हालांकि रेल टिकट पर मरीजों, छात्रों और दिव्यांगजनों को रियायत मिलती रहेगी.

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Concessional train tickets except for patients, students, Divyangjan category suspended from March 20 midnight in view of COVID-19: Railways

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Concessional train tickets except for patients, students, Divyangjan category suspended from March 20 midnight in view of COVID-19: Railways Image: AP

कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है. रेलवे ने मरीजों, छात्रों, दिव्यांगजन श्रेणी को छोड़ अन्य सभी श्रेणियों के लिए ​ट्रेन टिकट में छूट को खत्म कर दिया है. यह फैसला 20 मार्च आधी रात से लागू होगा. अभी रेलवे अपने कर्मचारियों के अलावा वरिष्ठ नागरिकों से लेकर छात्रों और मरीजों तक को ट्रेन टिकट पर कंसेशन मुहैया कराती है. छूट यात्रियों की 12 कैटेगरी के तहत आने वाले लोगों को मिलती है. इसके चलते टिकट पर 100 फीसदी तक छूट दिए जाने यानी मुफ्त में सफर का भी प्रावधान है.

भारतीय रेलवे के मुताबिक ये 12 कैटेगरी इस तरह हैं-

1. दिव्यांग व्यक्ति

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2. बीमार व्यक्ति- कैंसर के मरीज, थैलेसीमिया, दिल और किडनी के मरीज, हीमोफीलिया पेशेंट्स, टीबी और नॉन इन्फेक्शन वाले कुष्ठ रोग के मरीज, एड्स के मरीज, ऑस्‍टोमी

3. सीनियर सिटीजन

4. छात्र

5. युवा

6. किसान

7. अवार्डीज

8. वॉर विडो

9. आर्टिस्ट व स्पोर्ट्स पर्सन्स

10. मेडिकल प्रोफेशनल्स

11. अन्य

12. Izzat MST धारक

अब इन 12 श्रेणियों में से केवल मरीजों, छात्रों और दिव्यांगजनों को ट्रेन टिकट के किराए पर छूट मिलेगी. सभी रियायतें बेसिक मेल/एक्सप्रेस किरायों पर लागू हैं. नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 3 वित्त वर्षों में रेलवे ने ट्रेन टिकट पर यात्रियों को 7418.44 करोड़ रुपये की रियायत दी है.

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छूट की डिटेल

रेलवे द्वारा मरीजों, छात्रों और दिव्यांगजनों को ट्रेन टिकट पर उपलब्ध कराई जाने वाली रियायत की डिटेल इस तरह है...

1. बीमार व्यक्ति

कैंसर के मरीज

कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को इलाज या वक्त-वक्त पर होने वाले चेकअप के लिए अकेले या सहायक के साथ आने-जाने के लिए ट्रेन टिकट पर ट्रेन के सेकंड, फर्स्‍ट क्‍लास और एसी चेयर कार में सफर पर 75 फीसदी, स्‍लीपर व 3AC में सफर करने पर 100 फीसदी और 1AC व 2AC में सफर करने पर 50 फीसदी की छूट मिलती है. सहायक की टिकट पर स्लीपर और 3AC में 75 फीसदी छूट का प्रावधान है. इन दोनों के अलावा बाकी किसी भी क्लास में सहायक को मरीज के बराबर ही छूट मिलती है.

थैलेसीमिया, दिल और किडनी के मरीज

थैलेसीमिया एक आनुवांशिक बीमारी है, जिससे शरीर में हीमोग्‍लोबिन के बनने में गड़बड़ी पैदा हो जाती है. इसके चलते मरीज को बार-बार खून चढ़ाना पड़ता है. इसके मरीज और उसके एक सहायक को इलाज या चेकअप के लिए आने-जाने पर; दिल की मरीजों को हार्ट सर्जरी के लिए और किडनी पेशेंट्स को किडनी ट्रांसप्‍लांट ऑपरेशन या डायलिसिस के लिए अकेले या सहायक के साथ आने—जाने पर ट्रेन टिकट पर मिलने वाली रियायत इस तरह है…

  • सेकंड क्‍लास, स्‍लीपर, फर्स्‍ट क्‍लास, 3AC, AC चेयर कार में सफर पर 75 फीसदी
  • 1AC और 2AC में 50 फीसदी

यही छूट सहायक की टिकट पर भी लागू है.

हीमोफीलिया पेशेंट्स

हीमोफीलिया की बीमारी में शरीर में खून का थक्का बनना बंद हो जाता है. इससे शरीर का कोई हिस्सा कट जाने पर खून ज्‍यादा समय तक बहता रहता है, यहां तक कि मरीज की जान भी जा सकती है. हीमोफीलिया के मरीजों को इलाज या चेकअप के लिए सेकंड, स्‍लीपर, फर्स्‍ट क्‍लास, 3AC, AC चेयर कार में सफर करने पर ट्रेन टिकट पर 75 फीसदी की छूट मिलती है. एक सहायक की टिकट पर भी यह छूट लागू है.

टीबी और नॉन इन्‍फेक्‍शन वाले कुष्‍ठ रोग के मरीज

इन मरीजों को ट्रेन के सेकंड, स्‍लीपर और फर्स्‍ट क्‍लास में अकेले या एक सहायक के साथ सफर करने पर टिकट पर 75 फीसदी छूट उपलब्ध है.

एड्स के मरीज

एड्स के मरीजों को नॉमिनेटेड आर्ट सेंटर्स में इलाज, चेकअप के लिए आने-जाने के लिए ट्रेन टिकट पर 50 फीसदी छूट मिलती है, जो कि सेकंड क्‍लास से सफर के लिए है.

ऑस्‍टोमी के मरीज

किसी भी उद्देश्‍य से ऑस्‍टोमी के मरीजों को सफर के लिए ट्रेन टिकट पर 50 फीसदी छूट मिलती है. यह उनके मासिक और तिमाही पास पर होती है. इसके अलावा उनके साथ एक सहायक के लिए भी यह छूट लागू रहती है.

2. दिव्यांग व्यक्ति

– ऑर्थोपेडिकली हैंडीकैप्ड/पैराप्लेजिक (एक तरह का पक्षाघात) व्यक्ति, मानसिक रूप से मंद व्यक्ति, जो सहायक के बिना अकेले यात्रा न कर सकें को सहायक के साथ; दृष्टिविहीन व्यक्तियों और गूंगे व बहरे व्यक्तियों को अकेले या सहायक के साथ किसी भी उद्देश्य से यात्रा करने के लिए टिकट पर सेकंड क्लास, फर्स्ट क्लास, स्लीपर क्लास, 3AC, AC चेयर कार में सफर पर 75 फीसदी की छूट मिलती है.

1AC और 2AC से सफर पर छूट 50 फीसदी, राजधानी/शताब्दी ट्रेनों के 3AC व AC चेयर कार में सफर पर 25 फीसदी, MST व QST पर 50 फीसदी की छूट मिलती है. यही छूट सहायक की टिकट पर भी उपल्ब्ध होती है.

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छात्र

घर और स्कूल आना-जाना

लड़कियों को ग्रेजुएशन तक MST से ट्रेन के सेकंड क्‍लास में फ्री में सफर करने की सुविधा है. लड़के 12वीं क्‍लास तक MST से सेकंड क्‍लास में फ्री में सफर कर सकते हैं. इसके तहत मदरसे के बच्‍चे भी शामिल हैं.

होमटाउन या एजुकेशनल टूर पर जाना

अपने गृह नगर यानी होमटाउन और शैक्षणिक टूर पर जाने वाले छात्रों के लिए ट्रेन टिकट पर छूट इस तरह है..

  • जनरल कैटेगरी छात्रों के लिए सेकंड और स्‍लीपर क्‍लास से सफर में 50 फीसदी. MST/QST रखने वालों को भी 50 फीसदी
  • SC/ST छात्रों को सेकंड व स्‍लीपर क्‍लास ट्रेन टिकट या MST/QST से सफर पर 75 फीसदी

ग्रामीण इलाकों के बच्‍चों का सालाना टूर

गांवों के सरकारी स्‍कूल में पढ़ने वाले बच्‍चों के लिए साल में एक बार स्‍टडी टूर के लिए सेकंड क्‍लास की रेल टिकट में 75 फीसदी छूट है.

एंट्रेंस और सरकारी नौकरी के लिए लिखित परीक्षा

– ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्‍कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि के एंट्रेंस एग्‍जाम के लिए ट्रेन के सेकंड क्‍लास से सफर में टिकट पर 75 फीसदी छूट मिलती है.

– UPSC और सेंट्रल स्‍टाफ सिलेक्‍शन कमीशंस द्वारा आयोजित मुख्‍य लिखित परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों को सेकंड क्‍लास से सफर में रेल किराए में 50 फीसदी की छूट रहती है.

विदेशी छात्र

भारत में पढ़ रहे विदेशी छात्रों को भारत सरकार द्वारा आयोजित कैंप/सेमिनार अटेंड करने के लिए ट्रेन के सेकंड और स्‍लीपर क्‍लास टिकट में 50 फीसदी रियायत है. यह छूट छुट्टियों में ऐतिहासिक और अन्‍य महत्‍वपूर्ण जगहों पर जाने के लिए भी मिलती है.

रिसर्च स्‍टूडेंट्स, वर्क कैंप में जाने वाले छात्र

– 35 साल तक के रिसर्च स्‍कॉलर्स को रिसर्च से जुड़े कामों के लिए सेकंड और स्‍लीपर क्‍लास से रेल सफर पर टिकट पर 50 फीसदी की है.

– वर्क कैंप में भाग लेने जा रहे छात्रों या नॉन-स्‍टूडेंट्स के लिए सेकंड और स्‍लीपर क्‍लास रेल टिकट पर 25 फीसदी छूट है.

मरीन इंजीनियर्स अप्रेंटिस

– मर्केंटाइल मरीन की नेविगेशनल या इंजीनियरिंग ट्रेनिंग करने वाले कैडेट्स और मरीन इंजीनियर अप्रेंटिस को सेकंड क्‍लास और स्‍लीपर क्‍लास टिकट पर 50 फीसदी की रियायत है. यह छूट उन्‍हें घर से ट्रेनिंग शिप पर आने-जाने के उद्देश्‍य से सफर के लिए है.

Input: PTI

Indian Railways