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पाबंदी वाले शब्दों की नई सूची पर भड़का विपक्ष, सरकार से पूछा - क्या 'सत्य' भी असंसदीय है?

विपक्ष ने बीजेपी की आलोचना में इस्तेमाल होने वाले तमाम शब्दों पर पाबंदी का लगाया आरोप, TMC के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, खुलकर बोलेंगे, भले हो जाएं सस्पेंड.

विपक्ष ने बीजेपी की आलोचना में इस्तेमाल होने वाले तमाम शब्दों पर पाबंदी का लगाया आरोप, TMC के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, खुलकर बोलेंगे, भले हो जाएं सस्पेंड.

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FE Hindi Desk
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congress general secretary Priyanka Gandhi Vadra Congress MP Abhishek Singhvi and TMC MP Mahua Moitra and more opposition leaders attack on modi government on unparliamentary words

प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर जोरदार हमला किया है तो टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि असंसदीय शब्दों की सूची में 'संघी' नहीं शामिल किया गया है.

मानसून सत्र से पहले जारी असंसदीय शब्दों की नई सूची पर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. खास तौर पर कांग्रेस और टीएमसी के कई बड़े नेताओं ने इस सूची को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की है. विपक्ष का आरोप है कि लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी असंसदीय शब्दों की नई बुकलेट में उन तमाम शब्दों को शामिल कर लिया गया है, जिनका इस्तेमाल विपक्ष के नेता संसद में बीजेपी और उसकी सरकार को घेरने के लिए करते रहे हैं. विपक्ष का सवाल है कि अगर सदन में विपक्षी नेता सरकार की कड़ी आलोचना न कर सकें, तो संसद का महत्व ही क्या रह जाएगा?

कांग्रेस सांसद अभिषेक सिंघवी (Abhishek Singhvi) और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) समेत विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार की मंशा है कि भ्रष्टाचार को अब मास्टरस्ट्रोक बोला जाए. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि संसद में किसानों के लिए आंदोलनजीवी शब्द किसने प्रयोग किया था? टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का कहना है कि क्या अब संसद में 'सत्य' बोलना भी असंसदीय हो जाएगा?

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टीएमसी के एक और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने चुनौती भरे अंदाज में एलान किया है कि वे लोकतंत्र के लिए लड़ते हुए सदन में खुलकर बोलेंगे और पाबंदी वाले शब्दों का भी इस्तेमाल करेंगे, भले ही इसके लिए उन्हें सस्पेंड कर दिया जाए. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट किया है कि मोदी सरकार की सच्चाई दिखाने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्द अब 'असंसदीय' माने जाएंगे और अब आगे क्या क्या विषगुरु?

संसद में 'तानाशाही', 'दलाल', 'अहंकार' और 'खरीद-फरोख्त' नहीं बोल सकेंगे माननीय, मानसून सत्र से पहले असंसदीय शब्दों की सूची जारी

प्रियंका गांधी के निशाने पर पीएम मोदी

कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी वाड्रा ने असंसदीय शब्दों की सूची पर ट्वीट किया कि सरकार की मंशा है कि जब वो भ्रष्टाचार करे तो उसे भ्रष्ट नहीं बल्कि मास्टरस्ट्रोक बोला जाए. 'दो करोड़ रोजगार', 'किसानों की दोगुनी आय' जैसे जुमले पर जुमालाजीवी नहीं बल्कि 'थैंक यू' बोला जाए. इसके बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट में सीधे पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए लिखा कि संसद में देश के अन्नदाताओं के लिए आंदोलनजीवी शब्द किसने प्रयोग किया था?

महुआ मोइत्रा ने पूछे तीखे सवाल

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया है कि बैठ जाइए, बैठ जाइए, प्रेम से बोलिए. असंसदीय शब्दों की नई सूची में संघी शब्द नहीं है. उन्होंने लिखा कि बीजेपी देश को कैसे नष्ट कर रही है, इसे बताने में विपक्ष जिन शब्दों का इस्तेमाल करती है, सरकार उन पर रोक लगा रही है. मोइत्रा ने सवाल किया है कि क्या अब 'ट्रूथ (सत्य)' भी असंसदीय माना जाएगा?

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टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने दी चुनौती

तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्राइन ने ट्वीट किया है कि कुछ दिनों में सत्र शुरू होने वाला है लेकिन एशेम्ड, एब्यूज्ड, बिट्रेड, करप्ट, हिपोक्रेसी, इनकंपिटेंट को असंसदीय घोषित कर दिया गया है लेकिन लोकतंत्र के लिए लड़ाई में वह इसका इस्तेमाल करेंगे, भले ही उन्हें सस्पेंड किया जाए.

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'जुमलाजीवी को जुमलाजीवी नहीं तो क्या कहेंगे'- सिंघवी

कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट किया है कि अगर आलोचना में क्रिएटिव न हो तो संसद का क्या मतलब हुआ. सिंघवी ने कहा कि जुमलाजीवी को जुमलाजीवी नहीं बोलेंगे तो क्या बोलेंगे?

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