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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके बेटे प्रियंक खरगे (Image: IE)
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) को ‘‘जहरीला सांप’’ कहा था. यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि अब उनके बेटे और पूर्व मंत्री प्रियंक खरगे (Priyank Kharge) ने पीएम मोदी को ‘‘नालायक’’ बता दिया. राज्य में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में कलबुर्गी जिले के चित्तपुर सीट से दोबारा चुनाव मैदान में उतरे प्रियंक ने प्रधानमंत्री मोदी के एक संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि जब पीएम मोदी गुलबर्गा (कलबुर्गी) आए थे, तो बंजारा समुदाय के लोगों से क्या कहा था? ‘आप सब लोग डरिये मत. बंजारे का एक बेटा दिल्ली में बैठा है'.
पीएम मोदी के इस बात का जिक्र कर प्रियंक खरगे ने सवालिया अंदाज में कहा कि ऐसा नालायक बेटा बैठा तो कैसे होता भाई? घर कैसे चलेगा?” कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे ने कहा कि हम जो कह रहे हैं, वह यह है कि पीएम मोदी ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया और आरक्षण को लेकर भ्रम पैदा किया. क्या बंजारा समाज के साथ अन्याय नहीं हुआ? शिकारीपुरा (शिवमोगा जिले में) में येदियुरप्पा के घर पर पत्थर क्यों फेंके गए? कलबुर्गी और जेवरगी में बंद क्यों रखा गया? आज आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति है.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बेटे का किया बचाव
सिद्धरमैया सरकार में मंत्री रहे प्रियंक ने कहा कि अपनी पिछली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह कोली समुदाय और कबालीगा और कुरुबा समुदाय का बेटा हैं. आज वह खुद को बंजारा समाज का बेटा बताते हैं. अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में, राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को 15 फीसदी से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक पारित किया. इस बीच मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा कि प्रियंक ने कभी ऐसी टिप्पणियां नहीं कीं.
पिता ने ली थी बात वापस अब बेटे की बारी: बसवराज बोम्मई
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि नहीं, नहीं. यह बहुत गलत है. उसने कभी ऐसा नहीं कहा. यह शब्द उसके मुंह में मत डालिये. मोदी को नहीं बल्कि प्रियंक खरगे ने उस संसद सदस्य पर हमला किया जिन्होंने उसे गाली दी थी. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मुझे खेद है, हर जगह यह गलत बयान जानबूझकर फैलाया जा रहा है. सुबह प्रियंक खरगे ने इसकी निंदा की लेकिन फिर भी आप लोग पूछ रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि “चुनाव हारने की हताशा में प्रियंक अपनी मर्यादा भूल चुके हैं. कुछ दिन पहले उनके पिता ने अपनी बात वापस ली थी. अब, उनकी बारी है. जनता उन्हें सबक सिखाएगी.”