/financial-express-hindi/media/post_banners/Xhh7vt5Hp3FhfxUx0naY.jpg)
Former Rajasthan Deputy Chief Minister Sachin Pilot
राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के ही प्रमुख नेता सचिन पायलट ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है. इस बार पायलट ने राज्य की पिछली सरकार द्वारा किए गए घोटालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने याद दिलाया कि पिछली सरकार में जब कांग्रेस पार्टी विपक्ष की भूमिका में थी तब तत्कालीन वसुंधरा की सरकार के ऊपर कई भष्टाचार के आरोप लगाएग गए थे. अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस पार्टी अपनी कथनी को करके दिखाए ताकि जनता के बीच पार्टी के प्रति भरोसा बढ़े. इसके लिए करीब 200 पहले जन्मे ज्योतिबा फूले की जयंती के मौके पर यानी 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने राजस्थान में शहीद स्मारक के पास एक दिन अनशन करने का एलान किया है.
अनशन का ये है मकसद
सचिन पायलट ने पिछली सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन करने का फैसला किया है. इस बात का एलान करते हुए सचिन पायलट ने कहा है कि भष्टाचार को लेकर हमारी सरकार जो कहती है वह करके दिखाएंगे. इसके लिए आने वाले 11 अप्रैल को अनशन करेंगे. उन्होंने बताया कि इस बार में जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई है. इस अनशन का मकसद भष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए होगा. सवा चार में राजस्थान की मौजूदा सरकार जो नहीं कर सकी है उसको करने के लिए यह मोर्चा खोला गया है. पायलट ने कहा जनता जनार्दन है और हर पार्टी को अपनी बात पर विश्वास कायम कराने के लिए प्रमाण देना जरूरी है. इसलिए पायलट ने मंगलवार को एक दिन का अनशन करने का एलान किया है.
#WATCH | Rajasthan: On April 11, I will do a one-day hunger strike to mark my words that action should be taken against corruption in the state so that the public does not feel that we are not doing any work or we have not fulfilled any of our promises: Sachin Pilot, Congress MLA pic.twitter.com/SNmwTDLdJq
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 9, 2023
Bholaa BO Collection Day 10: फिल्म भोला दर्शकों को आ रही पसंद, जल्द छू लेगी 70 करोड़ का आंकड़ा
वसुंधरा की सरकार पर कांग्रेस पार्टी ने लगाए थे कई आरोप
राजस्थान में वसुंधरा जी की पूरे 5 साल के लिए सरकार चुनी गई थी. राज्य की 163 सीटें जीतकर राजस्थान में एक मजबूत सरकार बनी थी. कांग्रेस पार्टी ने विपक्ष में रहकर पूरे साल तक सरकार का नीतिओं के आधार पर लगातार विरोध किया. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के नेताओं का सबसे प्रमुख प्रहार वसुंधरा सरकार की विश्वसनीयता पर रहा. विपक्ष ने वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर को लेकर घेराव किया. सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाई और जो-जो भ्रष्टाचार के प्रकरण सामने आए उसको उजागर किया.
#WATCH | Rajasthan: I wrote a letter to CM Ashok Gehlot and said that elections are coming and we must show the public that there is no difference between our promises and our work. But I have not received any answer from the CM yet...In Rajasthan, we are neither using them nor… pic.twitter.com/sIsQwgA9AL
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 9, 2023
उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार को जनता तक लेकर गए. पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा उजागर किए गए वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार को जनता ने स्वीकार किया. उसके बाद जब राज्य में चुनाव हुए तो जनता ने कांग्रेस पार्टी पर भरोसा किया और 5 साल के बाद हुए चुनाव में 163 के जीतने वाली सत्ताधारी पार्टी 70 से 71 सीट पर सिमट कर रह गई.
इस पूरे कार्यकाल के दौरान सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर कांग्रेस राजस्थान अध्यक्ष पायलट और पार्टी के तमाम नेताओं ने कई आरोप लगाए. इस बीच कांग्रेस पार्टी ने वसुंधरा की सरकार में जो-जो भ्रष्टाचार के मामले आए उसका प्रभावशाली और निष्पक्ष तरीके से जांच करवाने का वादा किया और दोषियों को सजा देने की बात कही थी.
पायलट ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए पार्टी की विश्वसनीयता तभी कायम रह सकती है जब हम अपनी बात पर खरा उतरे. इसे लेकर वह काफी चिंतित थे और आज से लगभग एक साल या सवा साल पहले पायलट ने अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी. चिट्ठी में सभी घटनाक्रमों का विस्तार से जिक्र किया और कहा कि हमारी सरकार को बने लगभग साढ़े तीन साल हो चुके हैं अब समय आ गया है कि हम लोग अपने वादों पर खरा उतरें. जो आरोप विपक्ष में रहते गहलोत और मैने लगाए भूमाफिया, शराब माफिया खनन माफिया, नाइनटीपी, ललिल मोदी, खान माफिया को लेकर लगाए उन पर कार्रवाई करने का वक्त आ गया है.
आगामी चुनाव में डेढ़ साल बचे हैं जनता के बीच पार्टी के प्रति विश्वास बढ़ाने के लिए दिखाना पड़ेगा कि कांग्रेस पार्टी की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है. सचिन पायलट ने पहली कांग्रेस हाई कमान (AICC) और राजस्थान की सरकार को पहली चिट्ठी 28 मार्च को लिखी थी. दूसरी बार 2 नवंबर 2022 को भी फिर एक बार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि 2013 में कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ 21 सीटें जीती थी वहीं अगले चुनाव में पार्टी की सीटें बढ़कर 100 तक चली गई. पायलट ने कहा कि अब चुनाव में 6 से 7 महीने बचे हैं. ऐसे में मैदान में जाने से पहले वह चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार वसुंधरा सरकार में किए गए भष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करे.
इस बीच पायलट ने केंद्र सरकार द्वारा ईडी, इनकम टैक्स, सीबीई समेत तमाम एजेंसीयों के दुरूपयोग की बात कही. उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों के जरिए हो रही 95 फीसदी कार्रवाई विपक्षी नेताओं पर हो रही है. इसे लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां न्यायालय तक भी गई हैं. एक तरफ केंद्र सरकार इन एजेंसियों का दुरूपयोग करके कांग्रेस की लीडरशिप को टार्गेट कर रही है. फर्जी केस नेशनल हेराल्ड, यंग इंडियन्स जैसे कई फर्जी केस बना रही हैं. इन मुकदमों और केसो पर सुनवाई हो रही ,पेशी लग रही है. समन जारी किए जा रहे हैं. नोटिस जारी की जा रही है. वही राजस्थान की सरकार अपनी जांच एजेंसियों का ना तो सदुपयोग कर रही है और न ही उपयोग कर रही है.