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आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन अप्रैल 2021 में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 56.1 फीसदी बढ़ा.
Core Sector Output in April 2021: मार्च में खत्म वित्त वर्ष के दौरान मंदी का शिकार रही भारतीय अर्थव्यवस्था के आठ कोर सेक्टर्स ने अप्रैल आते ही प्रदर्शन के ऐसे आंकड़े पेश किए हैं, जिन्हें देखकर पहली नजर में कोई भी चौंक जाएगा. दरअसल अप्रैल 2021 में आठ कोर सेक्टर्स की ग्रोथ रेट पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 56.1 फीसदी की बेमिसाल रफ्तार से बढ़ी है. अगर ये आंकड़े आपको भी चौंका रहे हैं, तो जरा रुकिए. आंकड़ों को थोड़ी गहराई से देखते ही आप समझ जाएंगे कि असल माजरा क्या है.
जैसा खुद केंद्र सरकार ने यह आंकड़े जारी करते हुए बताया है, अप्रैल 2021 की शानदार ग्रोथ रेट की बड़ी वजह है अप्रैल 2020 में लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों में आई चौतरफा गिरावट का बेस इफेक्ट. पिछले साल कोविड-19 की रोकथाम के लिए लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण सभी क्षेत्रों में औद्योगिक उत्पादन तेजी से घटा था. अप्रैल 2020 में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली के आठ बुनियादी सेक्टर्स का उत्पादन औसतन 37.9 फीसदी कम हुआ था.
किस सेक्टर में कितनी बढ़ोतरी
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2021 में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में क्रमश: 25 फीसदी, 30.9 फीसदी, 400 फीसदी, 548.8 फीसदी और 38.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि अप्रैल 2020 में इनमें क्रमश: 19.9 प्रतिशत, 24.2 प्रतिशत, 82.8 प्रतिशत, 85.2 प्रतिशत और 22.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई थी.
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सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल 2021 के दौरान कोयला और उर्वरक के सेक्टर में भी वृद्धि दर्ज की गई. हालांकि कच्चे तेल में गिरावट का सिलसिला इस साल भी जारी है. अप्रैल 2021 में क्रूड ऑयल का उत्पादन पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 2.1 फीसदी कम हो गया. जबकि अप्रैल 2020 में कच्चे तेल के उत्पादन में 6.4 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली थी.