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कोरोना संकट: खरीफ की बुवाई करते वक्त कैसे सुरक्षित रहें किसान, कृषि मंत्रालय ने बताए तरीके

कृषि मंत्रालय ने किसानों को काम करने के साथ-साथ कोराना के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए मानक तौर तरीके (SOP) तय किए हैं.

कृषि मंत्रालय ने किसानों को काम करने के साथ-साथ कोराना के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए मानक तौर तरीके (SOP) तय किए हैं.

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PTI
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कोरोना संकट: खरीफ की बुवाई करते वक्त कैसे सुरक्षित रहें किसान, कृषि मंत्रालय ने बताए तरीके

coronavirus crisis agriculture ministry issues SOP for farmers कृषि मंत्रालय ने किसानों को काम करने के साथ-साथ कोराना के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए मानक तौर तरीके (SOP) तय किए हैं.

कोविड-19 महामारी के खतरे के बीच केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने गुरुवार को खरीफ फसलों की बुवाई के दौरान किसानों को काम करने के साथ-साथ अपने को कोराना विषाणु के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए मानक तौर तरीके (SOP) तय किए हैं. किसानों को इनका कड़ाई से पालन करने को कहा गया है. धान और खरीफ की दूसरी फसलों की बुवाई कुछ हिस्सों में शुरू हो चुकी है. खरीफ फसलों पर राष्ट्रीय वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक चूंकि धान और सब्जियों की रोपाई के काम में श्रमिक लगते हैं. इसलिए काम पर व्यक्तियों के बीच शारीरिक दूरी बनाकर रखने, स्वच्छता का ध्यान रखने और मास्क पहनने जैसे दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा.

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मशीन का इस्तेमाल शामिल

इसमें कहा गया है कि खाना खाने या आराम करने के लिए खेत से बाहर आते समय खेतिहर श्रमिकों को अपने हाथ, पैर और चेहरे को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए. मंत्रालय ने कहा कि खरीफ फसलों के लिए खेत को तैयार करते समय किसानों को श्रमिकों की संख्या कम से कम रखनी चाहिए और जहां तक हो सके ट्रैक्टर से चलने वाली मशीनों का उपयोग करना चाहिए. इस तरह से बीज बुवाई और खाद के छिड़काव के काम में भी मशीन का उपयोग होना चाहिए और खेतिहर मजदूरों का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए और उन्हें दूसरे किसी काम का जिम्मा देना चाहिए.

एसओपी के मुताबिक खेत तैयार करते समय, बुवाई के दौरान और उर्वरकों के छिड़काव के समय एक से दो मीटर की सामाजिक दूरी को बनाकर रखना चाहिए और स्वच्छता मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए. इसमें कहा गया है कि सीड ड्रिल से लेकर ट्रैक्टर तक के सभी कृषि उपकरण इस्तेमाल से पहले साफ कर लिए जाने चाहिए. खेत के खेत में काम करने वालों को मास्क पहनना चाहिए या अपने चेहरे को चुन्नी, मगछा या तौलिये की तीन परत बनाकर उसे मुंह पर लपेटना चाहिए.

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बर्तन और कपड़ों को धोने को कहा

इसके अलावा अपने बर्तन अलग अलग रखना चाहिए और इस्तेमाल के बाद उसे साबुन से धोना चाहिए. मंत्रालय ने कहा कि कीटनाशकों के खाली पैकेट दबा दें यह जला दें. दोबारा इस्तेमाल करने के लिए बीज या कीटनाशकों के खाली बैग को दो दिनों तक धूप में सुखाना चाहिए. मंत्रालय ने यह भी उल्लेख किया कि दिन भर के काम के बाद, किसानों को अपने कपड़े साबुन से धोकर धूप में सुखाना चाहिए.

रबी फसलों की कटाई

मंत्रालय ने कहा कि किसानों को मशीनीकृत कटाई और थ्रेशिंग को अपनाना चाहिए, और कटाई, थ्रेशिंग, पैकेजिंग, खाने और आराम करने के दौरान 4-5 मीटर सामाजिक दूरी को बनाए रखना चाहिए. किसानों को कहा गया है कि भंडारण करने से पहले ऊपज को 48 घंटे के लिए खुले में और हो सके तो धूप में रखना चाहिए. कृषि और उससे जुड़ी गतिविधियों को लॉकडाउन से छूट दी गई है.

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