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कोरोना लॉकडाउन: अप्रैल में 60% गिरी पेट्रोल-डीजल की मांग, LPG की बिक्री में इजाफा

देश में ईंधन की खपत में एक दशक से ज्यादा समय की सबसे बड़ी गिरावट है.

देश में ईंधन की खपत में एक दशक से ज्यादा समय की सबसे बड़ी गिरावट है.

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PTI
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कोरोना लॉकडाउन: अप्रैल में 60% गिरी पेट्रोल-डीजल की मांग, LPG की बिक्री में इजाफा

अप्रैल महीने में ईंधन की मांग में 66 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है.

coronavirus pandemic petrol and diesel demand fell LPG increases अप्रैल महीने में ईंधन की मांग में 66 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है.

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये देश में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन (बंद) की वजह से यात्राएं और दूसरी आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं. इसकी वजह से अप्रैल महीने में ईंधन की मांग में 66 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है. उद्योग के अधिकारियों द्वारा दिये गये ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल महीने में डीजल और पेट्रोल की मांग में 66 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है, जबकि उड़ानों के बंद होने की वजह से विमानन ईंधन की मांग करीब 90 फीसदी कम चल रही है. मार्च महीने में ईंधन की खपत में करीब 18 फीसदी की गिरावट आई है. वहीं, मार्च में LPG की बिक्री बढ़ी है.

एक दशक की सबसे बड़ी गिरावट

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यह देश में ईंधन की खपत में आई एक दशक से ज्यादा समय की सबसे बड़ी गिरावट है. एक साल पहले अप्रैल 2019 में देश में 24 लाख टन पेट्रोल और 73 लाख टन डीजल की खपत हुई थी. इसी तरह 6.45 लाख टन विमानन ईंधन की खपत हुई थी. भारत ईंधन का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है. अप्रैल में खपत में गिरावट से पहले मार्च महीने में ईंधन की बिक्री में एक दशक से ज्यादा समय की सबसे बड़ी गिरावट रही है. मार्च महीने के दौरान डीजल, पेट्रोल और विमानन ईंधन की मांग गिरने से पेट्रोलियम उत्पादों की खपत 17.79 फीसदी गिरकर 160.8 लाख टन रही.

मार्च में सबसे अधिक खपत वाले ईंधन डीजल की मांग में 24.23 फीसदी की गिरावट आई और यह 56.5 लाख टन रह गई. अधिकांश ट्रकों के सड़कों से दूर रहने और रेलगाड़ियों के खड़े हो जाने की वजह से यह गिरावट आई है. यह डीजल की खपत में आई अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है. इसके अलावा पेट्रोल की खपत इस दौरान 16.37 फीसदी गिरकर 21.5 लाख टन पर आ गई. देश में विमानन सेवाएं मार्च के मध्य से स्थगित हैं. इसके कारण मार्च में विमानन ईंधन की मांग 32.4 फीसदी गिरकर 4.84 लाख टन रही.

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केवल LPG की बिक्री में बढ़ोतरी

मार्च महीने में LPG एकमात्र ईंधन रहा जिसकी बिक्री में तेजी आई. आलोच्य महीने के दौरान एलपीजी की बिक्री 1.9 फीसदी बढ़कर 23 लाख टन रही. यह देश में पेट्रोलियम उत्पादों की खपत का प्राथमिक पूर्वानुमान है. इस अनुमान में सरकारी और निजी कंपनियों दोनों के बिक्री के आंकड़े शामिल हैं. इससे पहले तीन सरकारी पेट्रोलियम विपणन कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के प्राथमिक आंकड़ों से मार्च में पेट्रोल की बिक्री में 17 फीसदी की और डीजल की बिक्री में 26 फीसदी की गिरावट का पता चला. अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल में एलपीजी की बिक्री 30 फीसदी ज्यादा चल रही है.

Diesel Price Lpg Fuel