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Corona Vaccination 2nd Dry Run: कोरोना वैक्सीनेशन से पहले 8 जनवरी को देशभर में सबसे बड़ा ड्राई रन किया जा रहा है.
2nd Dry Run For COVID Vaccination Rollout Begins: देश में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन की तैयारियां जोर शोर से हैं. सरकार ने इसके लिए 2 कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब देश में वैक्सीनेशन शुरू करने की तैयारी है. फिलहाल वैक्सीनेशन से पहले 8 जनवरी यानी शुक्रवार को तकरीबन देशभर में सबसे बड़ा ड्राई रन किया जा रहा है. 736 जिलसे में होने वाले इस ड्राई रन में वैक्सीनेशन की तैयारियों और प्रक्रिया को परखा जाएगा. आज उत्तर प्रदेश और हरियाणा को छोड़कर देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में कोरोना टीकाकरण का ड्राई रन किया जाएगा.
पहले के ड्राई रन से मिली सीख
बता दें कि इससे पहले 2 जनवरी को कई जिलों में ड्राई रन किया गया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के अनुसार पहले के अभ्यास से सीखी गईं बातों को दूसरे ड्राई रन में सुधार करने के लिए उपयोग किया जाएगा. पहले जो कुछ भी कमी थी, उसे ठीक कर लिया गया है, और शुक्रवार के ड्राई रन में उनका परीक्षण किया जाएगा. इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को देश के 4 राज्यों में ड्राई रन का आयोजन किया गया था.
क्या है सरकार का वैक्सीनेशन प्लान?
सरकार ने पूरे वैक्सीनेशन को 3 फेज में बांटा है. पहले फेज में प्राइमरी हेल्थ सेंटर तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी. दूसरे फेज में हितग्राही की पहचान और तीसरे फेज में वैक्सीनेशन के बाद निगरानी होगी. हर राज्य को पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में कहा था कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जल्द ही कोविड-19 टीकों की पहली सप्लाई मिलने की उम्मीद है. उन्हें डिलिवरी लेने के लिए तैयार होने का भी कहा था.
ट्रांसपोर्टेशन की तैयारियां
कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद सरकार ने ट्रांसपोर्टेशन की तैयारियां भी पूरी कर ली हैं. सरकार ने हवाई मार्गों से वैक्सीन की आवाजाही को लेकर पूरा प्लान तैयार कर लिया है. ऐसी खबरें हैं कि देश के कई एयरपोर्ट्स पर यह प्रक्रिया एक दो दिन में शुरू हो सकती है. पैसेंजर हवाई जहाजों का इस्तेमाल भी वैक्सीन की आवाजाही में किया जाएगा. फेज-1 में प्राइमरी हेल्थ सेंटर तक वैक्सीन पहुंचाने की योजना है. इसके लिए मौजूदा वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा. केंद्र से राज्यों और फिर जिलों के वैक्सीन स्टोर तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी.
ड्राई रन में किन बातों पर ध्यान
ड्राई रन में वैक्सीन की डोज देने की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाता है. इस दौरान कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, रेफ्रिजरेशन और ट्रांसपोर्टेशन को परखा जाएगा. इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि जिन जिलों में वैक्सीन को स्टोर किया जाना है, वहां से राज्य के आखिरी प्वॉइंट पॉइंट तक पहुंचने में कुछ दिक्कत तो नहीं आ रही है. ड्राई रन के दौरान यह भी देखा जाएगा कि डाटा अपलोड में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है.