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दो साल से 18 साल तक के बच्चों को कोवैक्सीन लगाने का रास्ता साफ
कोविड-19 संक्रमण पर काबू पाने के लिए कोवैक्सीन (Covaxin) नाम से टीका बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने दावा किया है कि उसके टीके का ट्रायल दो से 14 साल तक के बच्चों पर भी सफल रहा है. अगर कंपनी के इस दावे को सरकार की तरफ से मंजूरी मिल गई तो देश में 2 से 14 साल तक के बच्चों के टीकाकरण का रास्ता साफ हो जाएगा. सरकार ने कोवैक्सीन को 15 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण के लिए पहले ही मान्यता दे दी है और 3 जनवरी से इन बच्चों को कोवैक्सीन लगाने का अभियान शुरू भी होने वाला है.
स्टडी में बच्चों के लिए सेफ मिली कोवैक्सीन - भारत बायोटेक
भारत बायोटेक के सीएमडी कृष्णा एला ने दावा किया है कि "बच्चों से जु़ड़े कोवैक्सीन के क्लीनिकल डेटा बेहद उत्साहजनक हैं. बच्चों के लिए वैक्सीन की सुरक्षा अहम है. हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कोवैक्सीन से ट्रायल डेटा से अब यह साबित हो गया है कि यह वैक्सीन बच्चों में इस्तेमाल के लिए सुरक्षित और प्रभावी है. इस तरह हमने वयस्कों के साथ ही बच्चों के लिए भी सुरक्षित और असरदार COVID-19 वैक्सीन विकसित करने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है." भारत बायोटेक ने दो से 18 साल तक आयु वर्ग के स्वस्थ बच्चों और किशोरों में Covaxin की सुरक्षा, रिएक्टोजेनिसिटी और इम्यूनोजेनिसिटी को जानने के लिए दूसरे और तीसरे फेज की स्टडी पूरी कर ली है.
'किसी गंभीर रिएक्शन की जानकारी नहीं'
कंपनी ने अपने बयान में दावा किया है कि उसकी स्टडी में कोवैक्सीन के किसी गंभीर रिएक्शन की जानकारी नहीं मिली है. कुल 374 वॉलिंटियर ने या तो हल्के या मध्यम गंभीरता के लक्षणों की जानकारी दी, जिनमें 78.6 फीसदी एक दिन के भीतर ठीक भी हो गए. हालांकि इंजेक्शन लगाने वाली जगह पर दर्द की शिकायतें मिल रही हैं.