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ड्रग कंपनी Eli Lilly ने सोमवार को कहा कि उसने Natco फार्मा के साथ वॉलेंटरी लाइसेंसिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं.
ड्रग कंपनी Eli Lilly ने सोमवार को कहा कि उसने Natco फार्मा के साथ वॉलेंटरी लाइसेंसिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं. इसका मकसद भारत में कोविड-19 मरीजों के लिए baricitinib की उपलब्धता को और बढ़ाना है. कंपनी ने Natco फार्मा को एक अतिरिक्त रॉयल्टी फ्री, नॉन-एक्सलूसिव वॉलेंटरी लाइसेंस जारी किया है और हैदराबाद में आधारित कंपनी Eli Lilly के साथ समझौता किया है, जिसके तहत इस महामारी के दौरान baricitinib की उलब्धता और तेज होगी और बढ़ेगी. इस कदम से उपलब्ध स्थानीय इलाज को बेहतर करेगा और भारत में मौजूदा समय में कोविड-19 से लड़ रहे लोगों की जिंदगी को सकारात्मक प्रभाव होगा.
CDSCO से मिली मंजूरी
इससे पहले कंपनी ने Cipla, Lupin, सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज, डॉ रेड्डीज, MSN लेबोरेटरीज और टोरेंट फार्मास्युटिक्लस के साथ छह वॉलेंटरी लाइसेंस एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं. Eli Lilly और कंपनी को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) द्वारा प्रतिबंधित इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. कंपनी को baricitinib को remdesivir के साथ संदिग्ध या कन्फर्म्ड कोविड-19 मामलों के इलाज के लिए मंजूरी दी गई है, जिन्हें सप्लीमेंट ऑक्सीजन, मकेनिकल वेंटिलेशन या extracorporeal membrane oxygenation की जरूरत है.
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इस बीच Eli Lilly और कंपनी ने कहा कि वह रेगुलेटरी अथॉरिटरीज और भारत में सरकार के साथ मानवीय सहायता संस्था डायरेक्ट रिलीफ के जरिए baricitinib डोनेट करेगी. इसके साथ वह अपनी एंटी कोविड-19 ट्रीटमेंट्स को भी डोनेट करेगी, जिनमें Lilly की न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडीज शामिल हैं.